Jamshedpur : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि हेमंत सरकार प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर झारखंड में विकास कार्य सरकारी संरक्षण में चल रहे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है. झारखंड में राजस्व का प्रमुख स्रोत खनिज है, लेकिन राज्य की हेमंत सरकार कोयला, बालू, पत्थर आदि को खुद लुटवा रही है. इससे जो आमदनी हो रही है वह दलालों के बीच बंट रही है. सरकार खजाना खाली होने का रोना रो रही है और आम लोगों पर टैक्स बढ़ाकर सरकार इसकी भरपाई करने पर तुली हुई है. दास ने कहा कि जैसे मुगलों ने जजिया कर थोपा था, उसी तरह से हेमंत सरकार ने आम लोगों पर पांच गुणा तक कर बढ़ाकर राजस्व प्राप्ति का उपाय निकाला है.
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100 यूनिट बिजली फ्री देने के वादे के साथ सत्ता में आयी हेमंत सरकार ने एक यूनिट बिजली फ्री नहीं की है, बल्कि 400 यूनिट से ज्यादा बिजली खपत होने पर सबसिडी हटा ली है. होल्डिंग टैक्स में भी हेमंत सरकार ने बेतहाशा बढ़ोत्तरी की है. आवासीय परिसर के लिए अब लोगों पर 25 से 35 प्रतिशत तक ज्यादा होल्डिंग टैक्स थोप दिया गया है. कमर्शियल में तो यह बढ़ोत्तरी पांच गुणा तक की गयी है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर रोक लगाने और छोटे किसानों और व्यापारियों को राहत देने के उद्देश्य से हमारी सरकार ने 2% कृषि कर समाप्त कर दिया था. हेमंत सरकार ने फिर से लागू कर लोगों की परेशानी बढ़ाने का काम किया है. दास ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब झारखंड में सांस लेने पर भी कर लगेगा.