Ashok kumar
Jamshedpur : मानगो दाइगुट्टू के रहने वाले गुलशन चौधरी (19) की हत्या रुपये की लेन-देन विवाद में रविवार की देर रात की गयी थी. पुलिस ने घटना के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इस मामले में गुलशन और कई साथियों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. मामले का खुलासा पुलिस सोमवार की शाम तक कर देगी. फिलहाल गुलशन के शव को पोस्टमार्टम के लिये एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा गया है. गुलशन हेडक्वार्टर डीएसपी वन वीरेंद्र राम के बॉडीगार्ड का भांजा था.
इसे भी पढ़ें : केंद्र के बाद महाराष्ट्र सरकार ने भी पेट्रोल-डीजल पर घटाया वैट, तीन राज्य कर चुके हैं टैक्स में कटौती
योजना बनाकर की गयी गुलशन की हत्या
गुलशन की हत्या पूरी तरह से योजना बनकर की गयी थी. इसके लिये इमरान ने पूरा ताना-बाना बुना था. इमरान ने अपने साथी शमशाद और परवेज का सहारा लिया था. इसका खुलासा मो. समीर ने ही किया है. परवेज और शमशाद को ही गुलशन के घर इमरान ने भेजा था. इसके बाद वे गुलशन को लेकर जवाहरनगर रोड नंबर 14 में पहुंचे थे. इस बीच ही गुलशन और इमरान के बीच रुपये को लेकर विवाद शुरू हुआ था. इसके बाद उसकी हत्या कर कर दी गयी.
इमरान के घर के पास से ही बरामद हुआ था शव
गुलशन का शव मानगो पुलिस ने जांच के क्रम में इमरान के घर के निकट झाड़ी से ही बरामद किया था. पुलिस का कहना था कि शव को देखकर साफ लग रहा था कि उसकी हत्या किसी धारदार की गयी है. शव मिलने के बाद ही पुलिस ने इमरान के साथी समीर व अन्य को हिरासत में ले लिया था. समीर से ही पुलिस को सुराग मिलने लगा और पुलिस मामले के तह तक पहुंच गयी.
गुलशन ने अपने पिता को रात 10 बजे तक किया था फोन
गुलशन चौधरी ने अपने पिता चंद्रशेखर चौधरी को रविवार की रात के 10 बजे तक फोन किया था कि वह बिल्कुल ही सुरक्षित है और जल्द ही घर पहुंचेगा. इसके पहले उसने रात 8 बजे फोन किया था और रुपये के विवाद की भी जानकारी दी थी. गुलशन गोलमुरी के पंजाबी रिफ्यूजी कॉलोनी के मेडिकल स्टोर में काम करता था.
इसे भी पढ़ें : जून माह में कुल 12 दिन बैंक रहेंगे बंद, ब्रांच जाने से पहले देखें छुट्टियों की लिस्ट