Jamshedpur : झारखंड में चल रहे भाषा विवाद पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य देवेंद्र सिंह ने सवाल किया कि झारखंड सरकार उर्दू को स्थानीय भाषा का दर्जा देकर क्या झारखंड को पाकिस्तान बनाना चाहती है? उन्होंने कहा कि झारखंड में 100 साल से रहने वाले लोग उर्दू से अधिक संख्या में भोजपुरी, मगही, मैथिली इत्यादि भाषाएं बोलते हैं. वर्तमान हेमंत सरकार अपनी असफलता को छुपाने के लिये भाषा विवाद लाकर वैमनस्यता फैलाना चाहती है.
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भाषा विवाद में कांग्रेस के नेताओं का बहुत बड़ा रोल
उन्होंने कहा कि इस भाषा विवाद में कांग्रेस के नेताओं का बहुत बड़ा रोल है. जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरकार में मंत्री हैं. क्या उनको जिताने में भोजपुरी, मगही, मिथिलांचल के भाषा-भाषियों का कोई योगदान नहीं है. स्थानीय रूप से बोले जाने वाली किसी भी भाषा का विरोध राष्ट्र हित में नहीं है.
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