Jamshedpur (Sunil Pandey) : उप विकास आयुक्त मनीष कुमार ने मंगलवार को मनरेगा, जेएसएलपीएस तथा मत्स्य विभाग की समीक्षा की. बैठक में निदेशक डीआरडीए सौरभ सिन्हा, डीपीओ अरूण द्विवेदी, डीपीआरओ डॉ रजनीकांत मिश्रा, एडीएसएस नेहा संजना खलखो, जिला मत्स्य पदाधिकारी अलका पन्ना उपस्थित थे. वहीं सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक में जुड़े. बिरसा हरित ग्राम योजना की समीक्षा के दौरान डीडीसी ने सभी प्रखण्डों के लिए लक्ष्य निर्धारित किया. जिसमें जेएसएलपीएस को 820 एकड़ तथा मनरेगा की टीम को 930 एकड़ में बागवानी कराने का निदेश दिया गया. इसके लिए सभी प्रखंडों को स्पष्ट निदेश दिया गया कि 23 जून तक भूमि का चयन तथा योजना की स्वीकृति सुनिश्चित करेंगे. उप विकास आयुक्त ने कहा कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत फलदार वृक्षो की बागवानी किए जाने का लक्ष्य रखा गया है. इसका मूल उद्देश्य किसानों की आमदनी को बढ़ाना है. उन्होंने बताया कि इस योजना को मनरेगा से जोड़ दिया गया है.
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किसानों को मतस्य पालन से जोड़ने का निर्देश
मत्स्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा में जिले में मत्स्य उत्पादन को बढ़ाने पर जोर दिया गया. उप विकास आयुक्त ने कहा कि मत्स्य पालन से ज्यादा से ज्यादा किसानों को जोड़ें. इसे किसान स्वरोजगार के रूप में भी अपना सकते हैं. जिससे उनकी आय में बढ़ोत्तरी होगी. उन्होंने विभाग की योजनाओं का ग्रामीण क्षेत्र में वृहद प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक लोगों को मत्स्य पालन से जोड़ने का निर्देश दिया गया. साथ ही जिले में विभिन्न स्रोंतो से विगत वर्ष का मत्स्य उत्पादन का मासिक प्रतिवेदन तैयार करने का निर्देश दिया गया. सभी मत्स्य मित्रों को एक्टिव करते हुए क्षेत्र भ्रमण पर विशेष ध्यान देने, पॉटेंशियल लाभुक को चिन्हित कर योजनाओं से अवगत कराने तथा लाभुकों को मत्स्य पालन को स्वरोजगार के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित करने की बात कही.
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