Jamshedpur (Ashok Kumar) : उलीडीह थाना क्षेत्र के शंकोसाई रोड नंबर 3 से रहने वाले सिविल कांट्रैक्टर सुनील पांडेय का अपहरण 12 दिसंबर को हुआ था. अपहरण के 9 दिनों बाद भी पुलिस अंधेरे में तीर चला रही है. घटना के बाद से ही पुलिस कह रही थी कि लोकेशन मिला है और वे काफी करीब पहुंच गये हैं. शीघ्र बरामदगी और गिरफ्तारी होगी, लेकिन नतिजा ढाक के तीन पात ही निकला है. वहीं अब सुनील पांडेय की बेटी पुलिस से जानना चाह रही है कि पापा को खोजने में और कितने दिन पुलिस लगायेगी.
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परिवार के लोगों की परेशानी बढ़ी
अपहरण की घटना के बाद से ही परिवार के लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. परिवार के लोग मीडिया से भी सवाल-जवाब करने से नहीं चूक रहे हैं. उनका कहना है कि पुलिस क्यों मामले में बार-बार यह कह रही है कि लोकेशन मिल गया है. बरामदगी भी होगी. आखिर जब सबकुछ हो गया है तब सुनील पांडेय की बरामदगी क्यों नहीं हो रही है. आखिर पुलिस जांच में कहां तक पहुंची है.
जोजोबेड़ा जाने की बात कहकर निकले थे घर से
घटना के संबंध में सुनील पांडेय की बेटी ज्योति पांडेय ने बताया कि पापा 12 दिसंबर को यह कहकर घर से निकले थे कि वे टेल्को के जोजोबेड़ा की तरफ काम से जा रहे हैं. 13 दिसंबर को भी वे घर पर नहीं लौटे. इस बीच रात के 8.57 बजे उनकी मोबाइल से ज्योति के दादाजी की मोबाइल पर फोन आया था. अज्ञात व्यक्ति ने पापा को फोन दिया. इस बीच पापा ने कहा कि पांच लाख रुपये इंतजाम करके दे दो नहीं तो ये लोग मुझे मार देंगे. इसके बाद फिर उसी रात 8.59 बजे फोन आया और कहा कि पांच लाख रुपये पहले हमसे लिया था. कल यानी 14 दिसंबर की दोपहर 12 बजे तक 10 लाख रुपये मिल जानी चाहिये नहीं तो सुनील पांडेय को मार देंगे.
रुपये कहां पहुंचाना है नहीं बताया
फोन करने वाले आरोपियों ने यह नहीं बताया कि रुपये कहां पहुंचाना है. उसके बाद से लेकर अबतक ज्योति के दादाजी की मोबाइल पर किसी तरह का फोन नहीं आया है. घटना के बाद से ही परिवार के लोग काफी परेशान हैं.
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