Mujtaba Haidar Rizvi
Jamshedpur: साकची की सैरात बाजार में दुकानदारों को रेंट पर दुकानें आवंटित की गई हैं. इनकी मालिक सरकार है. दुकान के आकार में फेरबदल गैरकानूनी है. लेकिन, कई दुकानदारों ने दुकानों का आकार बढ़ा लिया है. कई दुकानों को शोरूम की शक्ल दे दी गई है. कई दुकानें दो मंजिला बना दी गई हैं. प्रशासन ने इसकी जांच कराई थी. मगर, जांच रिपोर्ट दबा दी गई.
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14 दुकानों व शोरूम पर कार्रवाई की हुई थी अनुशंसा
साकची में सैरात बाजार में अवैध निर्माण को लेकर साल 2012 में तत्कालीन अपर उपायुक्त गणेश प्रसाद ने जेएनएसी के तत्कालीन विशेष पदाधिकारी के नेतृत्व में एक जांच कमेटी बनाई थी. इस जांच कमेटी ने 14 दुकानों और बाजार में बनाए गए शोरूम में अवैध निर्माण पाया था. कमेटी ने यह जांच रिपोर्ट तत्कालीन डीसी को सौंपी थी. मगर, बाद में राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते यह जांच रिपोर्ट दबा दी गई. अगर इस जांच रिपोर्ट के आधार पर फिर से जांच कराई जाए तो कई चौंकाने वाले घोटाले सामने आएंगे.
अवैध दुकानों को सील करने का हुआ था आदेश
इन 14 दुकानों और शोरूम के अवैध हिस्से को सील करने का तत्कालीन डीसी ने आदेश दिया था. लेकिन, सियासी दखल के बाद इस आदेश पर अमल नहीं किया जा सका. बाद में संजय पांडेय जब जेएनएसी के विशेष पदाधिकारी बने तो कार्रवाई का खाका फिर तैयार हुआ, मगर कार्रवाई नहीं हो सकी.
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