Jamshedpur (Sunil Pandey) : पारसनाथ तीर्थ को पर्यटन स्थल घोषित किए जाने के खिलाफ जमशेदपुर के जैन समाज ने मंगलवार को विरोध जताया. साकची जैन भवन से विरोध मार्च निकालकर झारखंड सरकार की पर्यटन स्थल घोषित किए जाने का विरोध किया. इस दौरान समाज के लोग जुलूस की शक्ल में उपायुक्त कार्यालय तक गए तथा प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के उपरांत एक मांग पत्र झारखंड के मुख्यमंत्री एवं के नाम सौंपकर अधिसूचना को निरस्त करने की मांग की. जैन समाज के संयोजक किशोर गोलछा ने बताया कि सम्मेद शिखर पारसनाथ तीर्थ दुनिया भर के करोड़ो जैनियों की अटूट आस्था का प्रमुख केंद्र है. जहां जैन संप्रदाय के 20 तीर्थकरों ने निर्वाण प्राप्त किया. उक्त स्थल लाखों संतों के लिए यह अराधना का प्रमुख स्थल रहा है.
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विरोध मार्च में महिलाओं की रही भागीदारी
पारसनाथ को पर्यटन स्थल घोषित किए जाने के खिलाफ मंगलवार को निकाए गए जुलूस में समाज की महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. हाथों में तख्तियां लेकर महिलाएं आगे-आगे चल रही थी. इस दौरान सरकार से पूरे पारसनाथ क्षेत्र को तीर्थस्थल ही बने रहने देने की मांग की. समाज की इस मांग का जैन समाज की विभिन्न संस्थाओं ने भी किया. जिसमें श्री टाटानगर ओसवान जैन संघ जुगसलाई, श्री महावीर ओसवाल जैन संघ सोनारी, श्री बर्द्धमान स्थानकवासी ओसवाल जैन संघ जुगसलाई, श्री श्वेताम्बर मुर्तिपूजक जैन संघ जुगसलाई, श्री दशा श्रीमाली स्थानकवासी जैन संघ बिष्टुपुर, श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, श्री दिगंबर जैन समाज, श्री साकची मुर्तिपूजक जैन संघ, श्री साकची स्थानकवासी जैन संघ के अलावे विश्व हिंदू परिषद एवं कंफेडरेशन ऑप ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सुरेश सोंथालिया) आदि ने समाज की मांगों का समर्थन किया.
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साकची कालीमाटी रोड रहा डेढ़ घंटे जाम
जैन समाज के विरोध प्रदर्शन के कारण साकची कालीमाटी रोड सुबह 10.30 बजे से 11.30 बजे तक जाम रहा. विरोध मार्च में शामिल होने के लिए समाज के लोग सबसे पहले बिष्टुपुर स्थित उदानी जैन भवन में एकत्रित हुए. वहां साकची क्षेत्र के लोगों को जेएनएसी कार्यालय से सटे जैन भवन में बुलाया गया था. सभी लोग यहां एकत्रित हुए. उसके बाद सभी जुलूस की शक्ल में उपायुक्त कार्यालय की ओर कूच किए. इस दौरान जेएनएसी गोलचक्कर पूरी तरह जाम हो गया. उक्त जाम में बर्मामाइंस की ओर से आ रही एक एम्बुलेंस भी भंसी रही. हालांकि बाद में समाज के लोगों ने तत्परता दिखाकर एम्बुलेंस को बाहर निकाला. यहां से सभी पैदल ही डीसी कार्यालय तक गए.
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प्रदर्शन में ये लोग थे शामिल
जैन समाज के समीर मकानी, सुरेश मेहता, निलेश वोरा, राजकुमार कोचर, प्रदीप जैन, अशोक बोथरा, सुरेश बोहरा, भरत मडिया, दिलीप गोलेच्छा, हेमंत जैन, मुकेश जैन, अनिल पारख, रमेश ललवानी, पन्नालाल जैन, विनोद देसाई, नितिन लोढा़, अखिलेश जैन, धीरेन मेहता, अशोक जैन, प्रदीप अजमेरा, दीपक देसाई, नरेंद्र दोशी, हेमंत प्रकाश, ललित खारा, परेश सेठ, जयंत खारा, हरीश संचेती समेत कई अन्य लोग शामिल थे.
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