Jamshedpur : झारखंड सरकार (जेबीवीएनएल) की बिजली जुस्को से भी महंगी हो गई है. जुस्को की जहां प्रति यूनिट 5.10 रुपया है. वहीं जेबीवीएनएल की बिजली प्रति यूनिट 6.25 रुपया कर दी गई है. यही नहीं 400 यूनिट के उपर होने पर सब्सिडी भी खत्म कर दी गई हैं. झारखंड सरकार के इस निर्णय का चहुंओर विरोध शुरु हो गया है. व्यापारियों की संस्था सिंहभूम चैंबर ने भी इसे आम उपभोक्ताओं पर एक अतिरिक्त बोझ बताया. इस संबंध में चैंबर के उपाध्यक्ष (पीआरडब्ल्यू) मुकेश मित्तल ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखा है.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : शहर की 5 अवैध इमारतों का कटेगा बिजली-पानी का कनेक्शन
सब्सिडी बहाल करने की मांग
भेजे गए पत्र में मुकेश मित्तल ने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा बिजली की दरों में अप्रत्याशित बदलाव कर झारखण्ड राज्य के बिजली उपभोक्ताओं पर एक नया बोझ डाल दिया गया है. जो आम उपभोक्ताओं के हित में नहीं हैं. उन्होंने कहा कि राज्य के बिजली उपभोक्ताओं को 400 यूनिट तक ही बिजली उपभोग करने पर सब्सिडी दिये जाने का नियम लागू किया गया है. अगर उपभोक्ता 400 यूनिट से अधिक बिजली का उपभोग करता है तो उनपर सब्सिडी देने का नियम पूरी तरह समाप्त हो जायेगा. जबकि पहले प्रत्येक यूनिट पर सब्सिडी मिलती थी.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : जेएनएसी तैयार करेगा सोलर एनर्जी पावर प्लांट, एक करोड़ रुपए होंगे खर्च
सरकार का निर्णय अव्यवहारिक
मुकेश मित्तल ने कहा कि झारखण्ड राज्य बिजली वितरण निगम लिमिटेड की बिजली दर वर्तमान में 6.25 रूपये प्रति यूनिट है. जबकि जुस्को (निजी वितरण कंपनी) द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली बिजली की दर 5.10 रूपये प्रति यूनिट है. इस तरह जेबीवीएनएल की बिजली लोगों को महंगी मिल रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि आम जनता पहले से ही महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त है. झारखण्ड सरकार के इस निर्णय से उनपर और अतिरिक्त बोझ बढे़गा. साथ ही जनता में सरकार की नकारात्मक छवि बनेगी.
उन्होंने मुख्यमंत्री से जनहित में बिजली की दर में बढ़ोतरी वापस लेने एवं सब्सिडी बहाल करने की मांग की. भेजे गए पत्र की प्रतिलिपि स्वास्थ्य मंत्री, जमशेदपुर पूर्वी के विधायक मुख्य सचिव, उर्जा विभाग के प्रधान सचिव, जेबीवीएनएल के चेयरमैन एवं महाप्रबंधक को भी भेजी है.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : मंगल सिंह अखाड़ा में खुला बॉक्सिंग एकेडमी, विधायक सरयू राय ने उद्घाटन किया