Jamshedpur : किसान आंदोलन के तहत 27 सितंबर को भारत बंद का आह्वान करते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष विधायक रामदास सोरेन के नेतृत्व में रविवार को मशाल जुलूस निकाला गया. हाथों में मशाल लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शाम 6 बजे आमबगान से साकची गोलचक्कर तक जुलूस निकाला. इस दौरान विधायक रामदास सोरेन ने कहा कि किसान आंदोलन को सफल बनाने के लिए झामुमो कल के भारत बंद को पूर्ण समर्थन देगा. कार्यकर्ताओं द्वारा कल बन्द को सफल बनाने के लिए लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से निवेदन किया जाएगा. बन्द के दौरान किसी भी तरह से लोगों को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा. किसानों के हित में लोग खुद भी आगे आकर बन्द को समर्थन दें. मशाल जुलूस में पूर्व सांसद सुमन महतो, गोपाल महतो, शेख बदरुद्दीन, लालटू महतो, शैलेंद्र मैथी आदि मौजूद रहे.
मानगो में किसान-मजदूर एकता जिंदाबाद के नारे
मानगो क्षेत्र में रविवार को किसान आंदोलन एकजुटता मंच व गुरुद्वारा सिंह सभा मानगो के संयुक्त तत्वावधान में विशाल मशाल जुलूस निकाला गया. व्यापारियों तथा जनता से अपील की गई कि वह बंद में अपना सहयोग करें. जुलूस का नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने किया. मशाल जुलूस का नेतृत्व जमशेदपुर के किसान नेता सह गुरुद्वारा सिंह सभा मानगो के प्रधान भगवान ने किया. उनके साथ किसान आंदोलन एकजुटता मंच के सुमित रॉय, मानगो गुरुद्वारा के महासचिव जसवंत सिंह जस्सू, डॉ कवींद्र, गीता सुंडी, चंदना बनर्जी ने भी मशाल जूलूस के माध्यम से जनता से संपर्क साधा. मशाल जूलूस के दौरान किसान-मजदूर एकता जिंदाबाद के नारे भी लगाये गए. भारत बंद की पूर्व संध्या पर निकला मशाल जुलूस मानगो चौक से होता हुआ मानगो हनुमान मंदिर तक जाकर फिर उसी मार्ग से वापस होता हुआ मानगो बाजार के घूमता हुआ पुनः मानगो चौक पहुंच कर संम्पन्न हुआ. मशाल जुलूस में सुखवंत सिंह, गीता सुंडी, चंदना बनर्जी, सरफराज फैय्याज, सरबजीत सिंह, मनिंदर सिंह, अजित सिंह, जसवंत सिंह जस्सू, सुखदेव सिंह समेत अन्य शामिल हुए. बाद में बैठक में भगवान सिंह ने कहा की 27 सितम्बर भारत बंद के मद्देनज़र पूरी तैयारी कर ली गयी है. सोमवार को बंदी वाले दिन किसान आंदोलन एकजुटता मंच, बंद समर्थक व मानगो गुरुद्वारा के सभी सदस्य मानगो गुरुद्वारा में इकठ्ठा होंगे और वहीं से मोटरसाइकिल से जमशेदपुर के विभिन्न क्षेत्रों में बंद कराएंगे. दूसरी तरफ राजमार्ग को बंद कराने की जिम्मदारी रंजीत दीपक के माध्यम से मदन कुमार को दी गयी है.