Jamshedpur (Sunil Pandey) : 15 सूत्री मांगों को लेकर 10 दिनों से धरना पर बैठी सहिया दीदीयों का दर्द झारखंड सरकार नहीं समझ रही है. कोरोना संक्रमण काल में इन्हीं सहिया दीदीयों ने जान जोखिम में डालकर लोगों को बचाया तथा स्वास्थ्य सेवा बहाल रखा. उक्त बातें आजसू पार्टी के केंद्रीय प्रधान महासचिव सह पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस ने कही. वे शुक्रवार को पटमदा के माचा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में धरना पर बैठी सहिया दीदीयों से मिलने पहुंचे थे. रामचंद्र सहिस ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड 19 जैसे आपदा में इनके कार्यों का सम्मान होना चाहिए. क्योंकि असली कोरोना वारियर्स तो यही लोग है जो अपनी जान की बगैर परवाह किए दिन रात एक कर मरीजों की सेवा करती रही. जबकि उस समय अपने लोग भी साथ रहने और सहयोग करने से डरते रहे.
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जान जोखिम में डालकर किया काम
सहिया दीदीयों ने अपनी हिम्मत और जज्बे की बदौलत राज्य में कई लोगो की जान बचाई. इसके बावजूद सरकार इन दीदीयों को मदद करने के बजाय उनकी आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है. और सहिया दीदी के कहने अनुसार इन लोगो को धमकियां भी मिल रही है की गांव में दूसरे सहिया को ढूंढ कर बहाली करेंगे. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि इन बहनों के साथ न्यायोचित समझौता नहीं होता है तो आजसू पार्टी चुप बैठने वाली नही है. करीब 42 हजार सहिया दीदीयों के लिए पार्टी सड़क पर उतरने को मजबूर होगी.
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मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि महिलाए स्वास्थ्य केंद्र पर धरने पर बैठी है और मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक आभार यात्रा, तो कभी खतियान यात्रा, जैसे ढकोसला कर रहे हैं. कार्यक्रम में मुख्य रूप से अजीत महतो, रामकृष्ण महतो, लंबोदर महतो, अनाथ बंधु कुंभकार, श्रीमंत मिश्रा, अनंत मिश्रा, शुभाष सिंह, सरकार महतो, भक्तरंजन कुंभकार, खोगेन महतो, प्रदीप महतो अनंत मिश्रा, श्रीमत मिश्रा इत्यादि उपस्थित थे.
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