Jamshedpur (Ashok kumar) : सोनारी में अजय साह उर्फ टिंकू की हत्या के 15 दिनों के बाद मनीष सिंह ने शुक्रवार को सिविल कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. मनीष इसके पहले भी दो मामले में जेल जा चुका है. तब भी उसे पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी थी. टिंकू की हत्या में भी पुलिस उसतक नहीं पहुंची. अबतक वह तीन बार सरेंडर कर चुका है. इस मामले में 9 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
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हत्या के दो दिनों पूर्व गया था वैष्णव माता के दर्शन करने
हत्या के ठीक दो दिनों पूर्व ही वह अपनी मां, पत्नी और बच्चा के साथ वैष्णव माता के दर्शन के लिये ट्रेन मार्ग से निकल गया था. घटना का मास्टर माइंड मनीष को ही बताया जा रहा है. पुलिस भी इसी बिंदु पर जांच कर रही है. टिंकू की हत्या की योजना तब बनायी थी जब वह हत्या के एक मामले में घाघीडीह जेल में बंद था. घटना के पांच दिनों पूर्व ही मनीष जमानत पर छूटा था और टिंकू की सुपारी देकर रास्ते से हटवा दिया. हालाकि वह घटना के समय शहर में नहीं था.
चार नामजद अब भी है पुलिस गिरफ्त से बाहर
टिंकू हत्याकांड में चार नामजद अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है. इसमें भुइयांडीह का रहने वाला मनीष, गोलमुरी का रहने वाला नदीम, फरहज खान, सीतारामडेरा के देवनगर में अमरजीत का किरायेदार सैंकी गोयल शामिल है. चारों के ठिकाने पर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन वे फरार हो गये हैं. इसमें नदीम और फरहज का नाम पहली बार हत्या में आया है.
वर्चस्व को लेकर ही हुई थी घटना
टिंकू की हत्या में भी यह बात सामने आयी है कि वर्चस्व को लेकर ही घटना को अंजाम दिया गया है. कभी दोनों दोस्त हुआ करते थे, लेकिन उसके बाद दोनों के बीच तना-तनी हो गयी. इसी का नतिजा है कि टिंकू को रास्ते से हटा दिया गया.
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