Raj Laxmi
Jamshedpur : शहर में लगातार गर्मी अपना कहर बरपाए हुए है. गर्मी से लू की चपेट में आकर हर दिन लोग अस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं. ऐसे में गर्मी में खुद को स्वस्थ कैसे रखा जाए इस विषय पर लगातार न्यूपज ने आज शहर के मशहूर आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉक्टतर मनीष डोड़िया से बातचीत की. डॉ. मनीष डोड़िया ने कहा कि हमें सबसे पहले पता होना चाहिए कि बीमार पड़ने की वजह क्या है. आजकल बहुत सी बीमारियों के लक्षण भी एक जैसे ही हैं. ऐसे में घरेलू उपचार से बेहतर है एक बार डॉक्टरी सलाह की, जिससे बीमारी की पहचान कर मरीज का सही इलाज किया जा सके.
इसे भी पढ़े : बहरागोड़ा : जिला परिषद अंश 25 पर झामुमो के दो नेताओं ने की उम्मीदवारी की दावेदारी
क्यों लगती है लू
डा. डोड़िया ने बताया कि गर्मी के मौसम में शरीर को अधिक पानी की जरूरत होती है. अगर शरीर को र्प्याप्त पानी नहीं मिलता है तो पसीना नहीं आता है. पसीना शरीर को ठंडा रखने का प्रयास करती है. लेकिन शरीर में पानी नहीं होने से पसीना नहीं आएगा, जिससे शरीर का तापमान बाहर के तापमान के हिसाब से बढ़ता रहता है और हम सन स्ट्रोक के शिकार होते हैं. इसे ही सरल भाषा में लू लगना कहते हैं.
इसे भी पढ़े : जमशेदपुर: मिथिला सांस्कृतिक परिषद की कार्यकारिणी का चुनाव 24 अप्रैल को, 35 पद के लिये 67 मैदान में
लू से बचाव के लिये ले सकते हैं गुलकंद, मिट्टी के घड़े में रखा पानी पीएं
उन्होंहने बताया कि अगर हम पर्याप्तग मात्रा में पानी पीते रहें तो कभी भी लू नहीं लग सकती है. लू से बचाव के लिये गुलकंद का भी सेवन किया जा सकता है. उन्होंीने कहा कि आज वाटर प्योरिफायर का चलन है. लेकिन कई बार वैसे पानी का पीएच लेवल कम हो जाता है, जो बीमारी का कारण बन जाता है. इससे बचने के लिये हम घड़े में पानी रख कर पी सकते हैं. यह न सिर्फ पानी को ठंडा रखता है बल्कि साफ भी रखता है. लू से बचाव के लिये शरीर को सूती कपड़े से पूरा ढक कर रखने की जरूरत है. हाफ टी-शर्ट गर्मी के सीजन के लिये सही नहीं होते हैं.
इसे भी पढ़े : चाईबासा : चार प्रखंडों के मास्टर प्रशिक्षकों को दिया गया चुनावी प्रशिक्षण
यूरिन इन्फेकशन से बचाव के लिए करें भूने जीरे का सेवन
डाक्ट र डोड़िया ने बताया कि गर्मी के मौसम में यूरिन इन्फेकशन के मामले भी बढ़ जाते हैं. चूंकि इस मौसम में संक्रमण के मामले ज्यादा होते हैं तो पानी की कमी और संक्रमण के बढ़ते मामलों से भी यूरिन इन्फेकशन का खतरा ज्यादा रहता है. इसके लिये भूने हुए जीरे का सेवन बचाव का सबसे बेहतर उपाय है. गर्मी में बाहर के अनहाइजनीक खनपान से पीलिया का खतरा बढ़ सकता है. इससे बचाव के लिये साफ पानी पीना जरूरी है.
इसे भी पढ़े : जामताड़ा : जनशताब्दी एक्सप्रेस से हजारों रुपये की अवैध शराब जब्त