Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : सदर अस्पताल स्थित आयुष अस्पताल में रविवार को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया गया. इस अवसर पर आयुष चिकित्सकों ने भगवान धनवंतरी की पूजा-अर्चना की. मौके पर जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आलोकचंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि आयुर्वेद विज्ञान है और हर्रे, आंवला जैसी औषधीय चीजों का इस्तेमाल रसायन के रूप में करने से लोग स्वस्थ रह सकते हैं. हमारे आस पास कई तरह के पेड़-पौधे व वनस्पति हैं, जिसका औषधि और आहार दोनों रूप में उपयोग होता है.
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यह सबसे पुरानी चिकित्सा पद्धति है, जिसमें जटिल रोगों का इलाज भी मौजूद है. रिटायर जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. पीएन झा ने कहा कि पहले आयुर्वेद आया और फिर श्रृष्टि की रचना हुई. आयुर्वेद जीवन पद्धति है, चिकित्सा नहीं है. मौके पर डॉ. परमजीत, डॉ. जगमोहन, डॉ. नरेंद्र चंद्र मुर्मू, डॉ. रंधीर कुमार, डॉ. बालाजी, डॉ. साहिदा, डॉ. मथुरा, आलोक त्रिपाठी आदि मौजूद थे. इस अवसर पर औषधीय पौधों का भी नि:शुल्क वितरण किया गया.