Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बुधवार को प्रस्तुत किये गए केंद्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोंथालिया ने कहा कि यह एक व्यापक और प्रगतिशील बजट है. यह सुनियोजित तरीके से भविष्य में प्रत्येक क्षेत्र के विकास के मापदंड को बताता है. वहीं, व्यापार एवं लघु उद्योग के चरणबद्ध विकास, स्वास्थ्य क्षेत्र और अन्य सेवाओं में मजबूत विकास के पैरामीटर्स को रेखांकित करता है. वर्तमान हालातों में बजट के जरिये अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने का प्रयास किया गया है. बजट के प्रावधानों से जहां घरेलू व्यापार में नये अवसर मिलेंगे, वहीं दूसरी ओर देश के निर्यात व्यापार को भी बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा. वित्त मंत्री द्वारा बजट में सात प्राथमिकताओं के जरिये कोशिश की गई है कि बाजार में ज्यादा से ज्यादा पैसा आये जिसका प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष लाभ व्यापारियों को मिलेगा.
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ई-कॉमर्स में मनमानी को लेकर बात नहीं होने से है निराशा
सुरेश सोंथालिया ने कहा कि आय कर के पांच स्लैब बनाना तथा व्यक्तिगत आय कर छूट को सात लाख करना वित्त मंत्री का साहसिक कदम है. वहीं डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दिया जाना तथा अनेक वस्तुओं पर कस्टम ड्यूटी को कम करना प्रशंसनीय है. भारी बाधाओं और घरेलू और वैश्विक चुनौतियों के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परिकल्पित भारतीय अर्थव्यवस्था को परिभाषित विकास के भविष्य के एजेंडे को सबसे प्रभावशाली तरीके से बजट के जरिये स्थापित करने में वितमंत्री सफल हुई हैं. हालांकि हमें खेद है कि जीएसटी कर ढांचे के सरलीकरण और युक्तिकरण के संबंध में कुछ भी ठोस घोषणा नहीं की गई है. जो एक बाजार-एक कर के सिद्धांत के विपरीत है. इसके साथ ही ई-कॉमर्स में विदेशी कंपनियों द्वारा किए जा रहे मनमाने रवैये पर भी कोई बात न कहने से देश भर के व्यापारियों में बहुत निराशा है. वहीं बैंकिंग का डिजिटलीकरण ग्रामीण क्षेत्रों को बेहतर तरीके से जोड़ेगा तथा उनके जरिये बाजार में पैसा आने की संभावनाएं बढ़ेंगी.