Jamshedpur (Sunil Pandey) : विगत नौ दिनों से आंदोलनरत ( सात दिन धरना व दो दिन भूख हड़ताल) उत्तरी करनडीह पंचायत की मुखिया सिनी सोरेन समेत पंचायत की पंसस संगीता पात्रो एवं उप चंद्रमणि देवी ने मंगलवार की शाम अपना आमरण अनशन समाप्त कर दिया. तीनों पंचायत प्रतिनिधियों ने धालभूम एसडीएम के अनुरोध पर एवं अंचलाधिकारी अमित श्रीवास्तव के लिखित आश्वासन पर अपना आमरण अनशन खत्म किया. सीओ ने मुखिया को बताया कि पंचायत के समीप स्थित सरकारी जमीन का अतिक्रमण नहीं होने दिया जाएगा. साथ ही उक्त क्षेत्र में स्थित सरकारी जमीन एक माह में चिन्हित कर पंचायत भवन निर्माण के लिए मुहैया कराया जाएगा. ठोस आश्वासन मिलने के बाद मुखिया ने अनशन तोड़ने की सहमति दी. जिसके बाद उन्हें जूस पिलाकर अनशन खत्म किया गया. मौके पर डीसीएलआर रवींद्र गागराई समेत जिला परिषद के अध्यश्र बारी मुर्मू, उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा, पार्षद परितोष सिह, कुसुम पूर्ति,प्रतिनिधि मनान मलिक,पंचायत समीति सदस्य सुनील गुप्ता, जितेंद्र यादव, राजू पात्रों, राजू बेसरा, महेंद्र अल्डा, मुखिया सरस्वती टुडू, सूमी केराई, जोबा मार्डी,पलटन मुर्मू, वरीय कांग्रेसी नेता भरत सिंह, विनोद यादव समेत अन्य मौजूद थे.
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नौ दिनों तक चला आंदोलन
उत्तरी करनडीह पंचायत में पंचायत भवन के लिए चिन्हित जमीन का अतिक्रमण होने तथा इसे रोकने में विफल अंचल प्रशासन के खिलाफ मुखिया सिनी सोरेन व अन्य पंचायत प्रतिनिधियों ने दो जनवरी को आंदोलन शुरु किया. आठ जनवरी तक मुखिया, स्थानीय लोग एवं सामाजिक संगठनों की ओर से जमशेदपुर प्रखंड मुख्यालय के समक्ष धरना दिया गया. 09 जनवरी से मुखिया, पंचायत समिति सदस्य एवं उप मुखिया भूख हड़ताल पर बैठी. दूसरे दिन दोनों की स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए जिला परिषद की अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, पार्षद एवं अन्य पंचायत प्रतिनिधि तत्पर हुए तथा एसडीएम से मुलाकात की. जिसके बाद मामले के हल निकला. इससे पहले मुखिया संघ के आंदोलन को कांग्रेस, आजसू पार्टी, समेत अन्य संगठनों ने समर्थन दिया था.
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