Jamshedpur (Raj Laxmi/Sunil Pandey) : जमशेदपुर पुलिस के लिए अगस्त माह का शुरूआती सप्ताह सफलता वाला रहा. बीते 48 घंटे में जिला पुलिस ने जहां सोनारी के टिंकू उर्फ अजय साह हत्याकांड का खुलासा किया. कांड में संलिप्त अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी की. वहीं मोटरसाइकिलें चोरी कर ग्रामीण क्षेत्रों में बेचने एवं बंधक रखने वाले एक गिरोह का खुलासा किया. बुधवार को जिले के कोवाली थाना में मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि विगत तीन माह में जिले में हुई मोटरसाइकिल चोरी की घटनाओं की जांच करने तथा आरोपियों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया था. इसके लिए ग्रामीण एसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था. टीम में मुसाबनी डीएसपी चंद्रशेखर आजाद समेत आधा कई थानेदारों को शामिल किया गया था. कोवाली थाने में दर्ज (कांड संख्या-39/22) मोटरसायिकल चोरी के एक मामले के अनुसंधान में थाना क्षेत्र के हेदलडीह निवासी विकास पात्रो को पकड़ा गया. कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया तथा बाइक चोरी की घटनाओं में शामिल अपने साथियों का नाम बताया. उसकी निशानदेही पर चोरी में शामिल अन्य चार युवकों को पकड़ा गया. इनकी निशानदेही पर चोरी की गई 78 मोटरसायिकल बरामद की गई है. इसमें 11 मोटरसाइकिल 2 अगस्त को बरामद की गई थी.
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तीन कैटेगरी में बंट कर अपराधी देते थे घटना को अंजाम
एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि बाईक चोर गिरोह में शामिल अपराधकर्मी तीन कैटेगरी में बंटकर कांड को अंजाम देते थे. इसके तहत गिरोह के सदस्य पहले रेकी एवं चोरी की घटना को अंजाम देते थे. दूसरी कैटेगरी में शामिल अपराधकर्मी चोरी की बाइक को बेचने अथवा गिरवी रखने का काम करते थे. जबकि तीसरी कैटेगरी में शामिल अपराधकर्मी पैसे के लेन-देन का काम करते थे. उन्होंने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार अपराधकर्मी अजहरुद्दीन ने बताया कि उसकी अपनी एक ब्लैक-ब्लू रंग की में ग्लैमर बाइक थी. उसी मॉडल की बाइक वे चोरी करते थे, जिसमें अपनी बाइक का नंबर और मॉडल लगा कर उसे गिरवी रखा जा सके. उन्होंने बताया कि बिना कागजात वाली मोटरसायिकलों को वे लोग ग्रामीण क्षेत्रों में सस्ती दरों में बेच दिया करते थे. इसके लिए ग्रामीणों को पैसे की आर्थिक का बहाना बनाते थे. अच्छी कंडिशन की बाईक ग्रामीण सस्ते में खरीद लेते थे. पुलिस ने एक ही नंबर प्लेट की चार ग्लैमर बाइक भी बरामद है.
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घटना को अंजाम देने के बाद ठिकाना बदल लेता था विकास
मोटरसाइकिल चोर गिरोह का सरगना विकास पात्रो उर्फ विक्कू मूलतः कोवाली थाना क्षेत्र के हेदलडीह गांव का रहने वाला है. उसने ग्रामीण क्षेत्र के कुछ युवकों को पैसे का प्रलोभन देकर अपने गिरोह में शामिल किया है. जिनमें थाना क्षेत्र के रसुनचोपा का रहने वाला हरे कृष्णा गोप उर्फ झन्टू एवं मोकरो हांसदा शामिल है. मुसाबनी थाना क्षेत्र का शेख अजहरुद्दीन एवं मो अकरम खान शामिल है. विकास पात्रो चोरी की घटनाओं को अंजाम देने के बाद अपना ठिकाना बदल लेता था. वह अलग-अलग गावों में अपने परिचितों के अलावे बर्मामाइंस भक्तिनगर में भाड़े के घर में रहता था. मुसाबनी के बादियाटोला का रहने वाला शेख अजहरूद्दीन अवैध शराब बेचने का कारोबार करता था. उसे साकची एवं सुंदरनगर पुलिस ने जेल भी भेजा था. बाद में वह बाइक चोरों के गिरोह में शामिल हो गया. मुसाबनी का रहने वाला अकरम खान वर्ष 2010 में उड़िसा के सुंदरगढ़ में मोटरसाइकल चोरी के मामले में जेल जा चुका है.