Jamshedpur (Anand Mishra) : केरला पब्लिक स्कूल बर्मामाइन्स के अध्यक्ष श्रीकांत नायर ने बताया गया कि बच्चे बिना मेहनत किए आठवीं कक्षा तक राइट टू एजुकेशन के थ्रू प्रमोट होते हैं. इस विषय में रोक लगनी चाहिए और जब बच्चे कक्षा नौवीं में आते हैं, क्योंकि वे मेहनत नहीं करना चाहते हैं. उन्हें लगता है कि स्कूल तो पास कर ही देगा. इसलिए वह फेल होते हैं, तब उन्हें आगे प्रमोट नहीं किया जाता है. श्रीकांत नायर गुरुवार को प्रेस कांफ्रेस को सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पैरंट्स की तरफ से जो धरना प्रदर्शन चल रहा है, प्रशासन से की ओर से दबाव डाला जा रहा है कि उनका बिना एग्जाम लिए प्रमोट किया जाए.
इसे भी पढ़ें : राहुल गांधी ने कहा, प्रज्वल रेवन्ना घोर दुराचारी, 400 महिलाओं को शिकार बनाया, पीएम माफी मांगें..
उन्होंने कहा कि बिना पास किये प्रमोशन का कोई स्कोप नहीं है. बच्चों को मेहनत करना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि बच्चों की मेहनत करने की हैबिट खत्म हो गई है और प्रबंधन की मांग है कि राइट टू एजुकेशन एक्ट को बंद किया जाए, ताकि बच्चे मेहनत करके पास हो सकें. नायर ने बताया कि बच्चों को एक्स्ट्रा क्लासेस दी जाती है और एक्स्ट्रा क्लास में एक या दो प्रेजेंट होते है. बच्चों का अटेंडेंस 75 प्रतिशत होना अनिवार्य है. बच्चे स्कूल नहीं आते हैं. क्लासेस भी नहीं करते हैं. उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि किसी भी तरह की कंप्लेंट स्कूल तक जल्द पहुंचाएं, ताकि स्कूल प्रबंधन उन्हें मदद करें सके न कि जब बच्चा फेल हो जाये तब लेकर आयें.
इसे भी पढ़ें : केंद्र की मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा, सीबीआई भारत सरकार के नियंत्रण में नहीं…