Jamshedpur (Ashok Kumar) : पूर्व सांसद सह आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने घोषणा की है कि नये साल से संताल विद्रोह का आगाज किया जायेगा. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार के मंत्री आलमगीर आलम का वक्तव्य कुरमी को एसटी सूची में शामिल करने का प्रतिवेदन भेजा जायगा तो वह वास्तव में आदिवासियों के लिए डेथ-वारंट साबित होगा. इसके लिए जेएमएम का सोरेन खानदान दोषी है. आदिवासी विरोधी सोरेन खानदान के इस खतरनाक षड्यंत्र के खिलाफ 1 जनवरी 2023 को सेंगेल दुमका में फिर से एक संथाल हूल (विद्रोह) का आगाज करेगा.
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देश के आदिवासी जुटेंगे
सालखन ने कहा कि पूरे देश के आदिवासी जुटेंगे. मशाल जुलूस निकालेंगे. सोरेन परिवार हटाओ-आदिवासी बचाओ का शंखनाद के साथ जनसभा करेंगे. साहिबगंज में आदिवासी महिला की बर्बरतापूर्ण हत्या के खिलाफ भी आवाज बुलंद करेंगे. क्योंकि इसके पीछे भी सोरेन खानदान के वोट बैंक की राजनीति और धर्मांतरण की साजिश है.
वोट-नोट की लालच में सोरेन परिवार ने संताल परगना को मिशनरियों व मुसलमानों के हाथों सौंपा
वोट और नोट की लालच में सोरेन परिवार ने पूरे संताल परगना को ईसाई मिशनरियों और मुसलमानों के हाथों सौंप दिया है. सोरेन परिवार ने हासा और भाषा विजय दिवस अबतक क्यों नहीं मनाया ? संताली को झारखंड की प्रथम राजभाषा कयों नहीं बनाया ? सरना धर्म कोड के मामले पर टालमटोल का रवैया क्यों अपनाता हैं ? केवल लोभ लालच और राजनीतिक स्टंटबाजी के लिए क्यों गलत स्थानीयता नीति और नियोजन नीति बनाकर शिक्षित बेरोजगार नवयुवकों को छलने का काम करता है ? सबका जवाब मांगा जाएगा. पुतला जलाया जाएगा.
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