Jamshedpur : जमशेदपुर स्पोर्टिंग एसोसिएशन (जेएसए) ने शनिवार को जमशेदपुर की खेल विरासत के 75 साल पूरे होने पर प्लैटिनम जुबली मनायी. आज इसकी सबसे पुरानी प्रतिभागी टीमों यानी टाटा स्टील और टाटा मोटर्स की टीमों के बीच एक प्रदर्शनी मैच का आयोजन किया गया. इस मौके पर जेएसए के नये लोगो का भी अनावरण किया गया. जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में समारोह के दौरान टाटा स्टील के सीईओ व एमडी टीवी नरेंद्रन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे. उनके साथ जेएसए के प्रेसिडेंट श्री चाणक्य चौधरी (वाईस प्रेसिडेंट, कॉर्पाेरेट सर्विसेज, टाटा स्टील) और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे.
1945 में तीन खेलों के साथ रखी गई थी जेएसए की बुनियाद
1945 में तीन खेल विषयों ’फुटबॉल, हॉकी और वॉलीबॉल’ के साथ जेएसए की बुनियाद रखी गयी थी. आरंभ में एक फुटबॉल टूर्नामेंट के साथ इसका शुभारंभ किया गया था, जो समय के साथ लीग में प्रीमियर डिवीजन, सुपर डिवीजन और ए डिवीजन के तीन स्तरों में खेले जाने वाले 150 गेम्स और 44 प्रतिभागी टीमों के साथ एक विशाल इकोसिस्टम में विकसित हो चुका है. कोलकाता के बाद पूर्वी क्षेत्र के सबसे पुराने टूर्नामेंट के रूप में ‘जेएसए फुटबॉल लीग’ की एक गौरवशाली विरासत है.
इस साल महिला रेफरी को भी शामिल किया गया
जेएसए को टाटा स्टील द्वारा समर्थित किया जाता है. इसका सामाजिक जुड़ाव बहुत व्यापक है, क्योंकि इसके सभी खिलाड़ी स्थानीय समुदाय से हैं, जिनमें से अधिकांश आदिवासी समुदाय से हैं. टूर्नामेंट में न केवल अच्छी भागीदारी है, बल्कि इसके स्थानीय प्रशंसक भी भारी तादाद में हैं. फाइनल स्टेज के लीग में खेल देखने के लिए लगभग 10 हजार दर्शकों की भीड़ जुटती है. पिछले चार सालों में फुटबॉल का क्रेज तेजी से बढ़ा है. विशेष रूप से इसके सुपर डिवीजन में दो स्थानों के लिए क्वालीफाइंग राउंड में 30 टीमों के बीच प्रतिस्पर्धा हुई थी. जेएसए के वॉलीबॉल और हॉकी टूर्नामेंट में से प्रत्येक में आठ टीमें हिस्सा लेती हैं. दो साल पहले 2019 में महिला फुटबॉल लीग की शुरुआत की गयी. इसी वर्ष पहली बार जेएसए ने लीग मैचों के संचालन के लिए महिला रेफरियों को मौका दिया. जेएसए ने फीफा रेफरी, राष्ट्रीय स्तर के मैच कमिश्नर, रेफरी मूल्यांकनकर्ताओं और एआईएफएफ से संबद्ध अधिकारियों को भी तैयार किया है.
जेएसए से संबद्ध स्थानीय क्लबों की बड़ी भूमिका
एक तरफ, टाटा स्टील टूर्नामेंटों की मेजबानी करती है, तो दूसरी तरफ, जेएसए की स्थापना के बाद से अस्तित्व में आए स्थानीय संबद्ध क्लबों ने लीग को बरकरार रखने और लंबे समय से चली आ रही जेएसए लीग की विरासत व सफलता को साझा करने में बड़ी भूमिका निभाई है. जेएसए क्लब के कई मालिक/पदाधिकारी जेएसए समिति में हैं और टूर्नामेंट के संचालन में मदद कर रहे हैं. वर्तमान महामारी के मद्देनजर, सादगी के साथ खेल कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.