Jamshedpur (Rohit kumar) : टाटानगर स्टेशन में नीलांचल एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे से अरबों रुपए के सरीसृप के साथ पुणे की देवी चंद्रा को गिरफ्तार करने के मामले में टाटानगर आरपीएफ प्रभारी संजय कुमार तिवारी समेत उनकी पूरी टीम को कोलकाता के गार्डन रिच स्थित दक्षिण पूर्व रेलवे के कार्यालय में प्रशस्ति पत्र व नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. मौके पर मौजूद रेल आईजी सह पीसीएससी डीबी कसार ने उनकी टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. इस दौरान आरपीएफ पोस्ट प्रभारी संजय कुमार तिवारी, एसआई अंजुम निशा, एएसआई बलबीर प्रसाद, महिला कांस्टेबल आनंदिता बारी और कांस्टेबल शिवम सिसोदिया को सम्मानित किया गया.
संजय कुमार तिवारी उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित
अरबों के सरीसृप बरामदगी के मामले में सम्मानित होने के अलावा टाटानगर आरपीएफ पोस्ट प्रभारी संजय कुमार तिवारी को अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा पदक से भी सम्मानित किया गया. उन्होंने कहा कि यह एक गौरवशाली क्षण है जब उन्हें यह अवार्ड दिया गया है. वह ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा के लिए लगातार प्रयासरत है और आगे भी इसी तरह यात्रियों की सुरक्षा में लगे रहेंगे.
अरबों रुपए के सरीसृप के साथ पकड़ाई थी महिला
6 नवंबर 2022 को टाटानगर आरपीएफ को सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध महिला अवैध रूप से सरीसृप की तस्करी कर रही है. वह नीलांचल एक्सप्रेस से सफर कर रही है. इसके बाद आरपीएफ की ओर से एक टीम का गठन कर नीलांचल एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे से महिला देवी चंद्रा को अरबों रुपए के सरीसृप के साथ पकड़ा गया था. महिला के पास से बरामद बैग से कुल बैग से कुल 26 सांप, 9 डिब्बे में बंद बीटल, 12 गिरगिट और एक बॉक्स में मकड़ियां पाई गई. हालांकि, इनमे से एक सांप और 8 गिरगिट मृत पाए गए थे. विदेशी बाजार में इनका मूल्य अरबों में बताई गई थी. सिर्फ एक सांप सैंड बोआ की कीमत ही 25 करोड़ रुपए है. जबकि बोल पायथन की कीमत 25 से 40 हजार तक है. गिरगिट की कीमत 20 से 50 हजार तक है.