Jamshedpur ( Sunil Pandey) : पूर्वी सिंहभूम जिले को टीबी रोग से मुक्त बनाने तथा टीबी रोगियों को चिन्हित कर सही समय पर उपचार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सोमवार से सभी स्वास्थ्य केंद्रों में कैंप आयोजित किया गया. पहले दिन 51 जगहों पर कैम्प लगाकर लोगों की जांच की गई. जिसमें 556 संभावित टीबी मरोजों की जांच की गई तथा 468 सैम्पल माइक्रोस्कोपी केन्द्र भेजा गया. जिसमें एक मरीज पॉजिटिव पाया गया. टीबी के रोगियों की पहचान के उद्देश्य से चलाये जा रहे इस अभियान के पंचायत स्तर पर जाकर लोगों की जांच सुनिश्चित की जाएगी. प्रखंडों में स्थित हेल्थ एंड वेल्नेस सेंटर, प्राइमरी हेल्थ सेंटर, हेल्थ सब सेंटर तथा शहरी क्षेत्रों में अटल क्लीनिक में कैंप आयोजित किए जा रहे हैं.उपायुक्त विजया जाधव ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से इस कैंप के संबंध में आम लोगों में जागरूकता बढ़ाने की अपील की.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : सेवाधाम जोन्हा में तुलसी भवन की साहित्य समिति का चिंतन शिविर आयोजित
टीबी(ट्यूबरक्लोसिस) के लक्षण
दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी होना, सांस फूलना, सांस लेने में तकलीफ होना, शाम के दौरान बुखार का बढ़ जाना, सीने में दर्द होना, अचानक से वजन का घटना, भूख में कमी आना, बलगम के साथ खून आना, लगातार खांसी आना तथा थकान होना या बुखार आना शामिल है.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : बर्मामाइंस सिद्धु-कान्हू बस्ती के समीप मेन रोड में गड्ढे एवं जल जमाव की जुस्को से शिकायत
टीबी(ट्यूबरक्लोसिस) से कैसे बचें
दो हफ्तों से अधिक समय तक खांसी रहने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें. टीबी(ट्यूबरकुलोसिस) से पीड़ित व्यक्ति के पास न जाएं और अगर जाएं तो मास्क अवश्य लगाएं, ट्यूबरकुलोसिस से पीड़ित मरीज के बिस्तर, रुमाल या तैलिया आदि का इस्तेमाल न करें.अगर आपके आस-पास कोई खांस रहा है तो अपने मुंह को रुमाल से ढक लें और वहां से दूर हट जाएं.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : खुदीराम की प्रतिमा के अनावरण शिलापट में दो दिसंबर तक जोड़ा जाएगा सांसद का नाम