Jamshedpur : प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में 15 मिनट पहले आने तथा एक घंटे बाद स्कूल से घर जाने के आदेश का विरोध कर रहे शिक्षकों ने अब बायोमेट्रिक अटेंडेंस का विरोध शुरु कर दिया है. बीईईओ के इस संबंध में जारी आदेश के खिलाफ मंगलवार को अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ, पूर्वी सिंहभूम जिला कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल जिला अध्यक्ष सुनील कुमार यादव के नेतृत्व में जिला शिक्षा अधीक्षक विनीत कुमार से मिला तथा अपनी बात रखी. शिक्षक प्रतिनिधि सुनील कुमार ने बताया कि वर्तमान में जिले के कई शिक्षक जनगणना, पंचायत चुनाव के साथ-साथ कोरोना आपदा के तहत जिला नियंत्रण कक्ष, चेकनाका, रेलवे स्टेशन, टीकाकरण आदि कार्यों में प्रतिनियुक्त हैं. ऐसे शिक्षकों द्वारा स्केनर के अभाव में किस प्रकार अपने कार्यस्थल पर बायोमेट्रिक अटेंडेंस बनाया जाएगा. इसके साथ ही जो शिक्षक प्रखंड या जिला में प्रतिनियुक्त हैं, ऐसे शिक्षकों की बायोमेट्रिक हाजिरी उस कार्यालय के आधार बेस्ड अटेंडेंस मशीन से बनाना संभव नहीं है. क्योंकि शिक्षकों की हाजिरी बायोमेट्रिक पद्धति से ई-विद्या वाहिनी के माध्यम से दर्ज होती है. जबकि सरकार के प्रखंड एवं जिला कार्यालयों में आधार बेस्ड अटेंडेंस सिस्टम लागू है. इस प्रकार कई शिक्षकों का प्रतिनियोजन स्थल उनके मूल विद्यालय से काफी दूर होने के कारण पहले मूल विद्यालय जाकर बायोमेट्रिक अटेंडेंस बनाना एवं इसके बाद प्रतिनियोजित कार्यस्थल पर जाना बिल्कुल ही अव्यवहारिक है. यही दिक्कत ड्यूटी से प्रस्थान के समय भी होगी.
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आदेश जारी करने की मांग
प्रतिनियोजित शिक्षकों को छूट देने तथा वेतन निकासी आदेश जारी करने की मांग शिक्षक संघ ने की है. अगर यह संभव नहीं है, तो प्रति नियोजित कार्यस्थल पर ही बायोमैट्रिक अटेंडेंस बनाने के लिये आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराया जाए. प्रतिनिधिमंडल की बात सुनने के बाद जिला शिक्षा अधीक्षक ने कहा कि जो शिक्षक प्रतिनियोजित है और तकनीकी कारणों से बायोमैट्रिक अटेंडेंस बनाने में असमर्थ हैं तो ऐसे शिक्षकों का वेतन बाधित नहीं होगा. वे इस संबंध में उच्चाधिकारियों से भी बात करेंगे. प्रतिनिधिमंडल में सरोज कुमार लेंका के अलावे माधिया सोरेन, अनिल प्रसाद, प्रबोध महतो आदि संघीय पदाधिकारी शामिल थे.