Jamshedpur (Ashok Kumar) : राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय के बीच पिछले तीन साल से विवाद चला आ रहा है. यह विवाद थाने से लेकर जिला प्रशासन तक भी पहुंचा, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ. जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन भी यह सोचकर मामले को रोककर रखा कि शायद इसी में भलाई है और आगे चलकर शांत हो जायेगा. पथराव और मारपीट की घटनायें इस बीच हुई है. कभी सूर्य मंदिर पार्क को लेकर विवाद गहराया और कभी रघुवर नगर में वोट मांगते समय हो-हंगामा किया गया.
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केस वन- 24 नवंबर 2019
दोनों के बीच का विवाद पहली बार 24 नवंबर 2019 को तब सामने आया था जब निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सरयू राय पूर्वी जमशेदपुर में चुनाव प्रचार करने के लिये निकले हुये थे. अभी सरयू राय गाड़ी से उतरे ही थे कि रघुवर दास समर्थक रामबाबू तिवारी ने नारेबाजी शुरू कर दी थी. रामबाबू तिवारी अपने साथ भीड़ लेकर बर्मामाइंस के भक्तिनगर तक पहुंच गये थे. इस बीच भीड़ से किसी ने पथराव कर दिया था. पत्थर एक युवक (पिंटू) को लगी थी. इसके बाद वहां पर भगदड़ मच गयी थी. यहां से सरयू राय के निकलते ही राय का विरोध करने वाले लड़कों ने भीड़ में शामिल लोगों की पिटाई कर दी थी. इसके बाद मामला थाने तक पहुंचा था. घटना के बाद रामबाबू तिवारी के समर्थकों ने यह पोस्ट कर बताया था कि उनपर पत्थर और हेलमेट से हमला किया गया था.
केस टू- 7 मार्च 2021
भाजमो के जिला अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव ने 7 मार्च 2021 को जिले के डीसी को ज्ञापन सौंपकर सूर्य मंदिर कमेटी की जांच की मांग की थी. तब डीसी की ओर से एडीएम और सिटी एसपी के नेतृत्व में एक जांच कमेटी बनायी गयी थी. इसके अलावा कमेटी में अपर पुलिस अधीक्षक (नगर), जिला योजना पदाधिकारी सह जिला पर्यटन पदाधिकारी, भूमि सुधार उपसमाहर्ता-धालभूम, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय-1, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला अवर निबंधक, अंचल अधिकारी और जमशेदपुर के अंचल निरीक्षक को शामिल किया गया था. इस रिपोर्ट का तब खुलासा नहीं किया गया था. तब सुबोध श्रीवास्तव ने कहा था कि मंदिर पर गलत तरीके से कब्जा किया गया है.
केस थ्री- 9 फरवरी 2021
बर्मामाइंस के रघुवर नगर में 9 फरवरी 2021 को शिलापट्ट तोड़ने की घटना घटी थी. घटना के बाद तीन मामला बर्मामाइंस थाने में दर्ज कराया गया था. पहले पक्ष में लांगटांग बस्ती के कमल किशोर के बयान पर भाजपा नेता रामबाबू तिवारी, राजेश कुमार सिंह उर्फ पप्पू, मिट्ठू चौधरी और भाजपा प्रखंड अध्यक्ष दीपक झा के खिलाफ गाली-गलौज, मारपीट करने और पब्लिक प्रॉपर्टी को क्षति पहुंचाने का आरोप लगाते मामला दर्ज कराया था. दूसरे पक्ष से कनीय अभियंता नीतेश कुमार के बयान पर अज्ञात लोगों के खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने का मामला दर्ज कराया था. तीसरा मामला लांगटांग बस्ती के रविंद्र चौधरी के बयान पर भारतीय जन मोर्चा के समर्थक सह टेल्को निवासी अमित शर्मा, ईस्ट प्लांट बस्ती निवासी दुर्गा राव, नागेंद्र सिंह, अमरेंद्र प्रताप सिंह, विवेक शर्मा, राजकुमार सिंह, रंजीत कुमार, कमल किशोर और गोल्डी सिंह के खिलाफ गाली-गलौज मारपीट कर धमकी देने और पब्लिक प्रॉपर्टी को क्षति पहुंचाने का मामला दर्ज कराया था. घटना के बाद सुबोध श्रीवास्तव ने कहा था कि बर्मामाइंस लांगटांग बस्ती में लगभग 500 घर है. रामबाबू ने आलीशान इमारत करोड़ों रुपए खर्च कर बनाई. बाकि घर बस्ती में छोटे हैं. इनकी आमदनी क्या है, इसकी जांच की मांग की थी. वहीं रामबाबू तिवारी ने कहा था कि रामनारायण शर्मा के बेटे अमित शर्मा के अपराध पर पर्दा डालने के लिए राजनीतिक चादर ओढ़ा है. बेटे ने रघुवर नगर में बोर्ड व पार्क के शिलापट्ट पर कालिख पोती है. पूरी घटना सीसीटीवी में कैद है. वीडियो भी वायरल हे चुका है.
केस फोर- 11 फरवरी 2021
विधायक सरयू राय की पार्टी भाजमो की ओर से बर्मामाइंस के रघुवर नगर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि मनाई जा रही थी. दोपहर के समय कार्यक्रम समाप्त होते ही बीच में हंगामा शुरू हो गया था. इस बीच पथराव किया गया था. दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई थी और भगदड़ भी मच गयी थी. समारोह स्थल के पास ही महिलाएं शिव मंदिर में शिवचर्चा में बैठी हुई थी. वे भी भागने लगी थीं. सूचना पर पुलिस भी पहुंच गयी थी. पूरा मामला रघुवर नगर के बोर्ड पर कालिख पोतने और सरयू राय का बोर्ड गायब करने को लेकर हुआ था. घटना में महिलाओं को भी चोटें आयी थी. घटना के बाद भाजमो जिलाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव, रामनारायण शर्मा, संजीव आचार्य आदि सड़क पर धरना पर बैठ गये थे. पुलिस पहुंची तो दोषियों को 24 घंटे में गिरफ्तार करने की मांग की गयी थी. उस दिन भाजमो समर्थक बर्मामाइंस थाने पर हंगामा कर रहे थे को भाजपाई रघुवर नगर पहुंच गये थे. वे भी सड़क पर बैठ गये थे.
केस फाइव- 28 अक्टूबर 2022
सरयू राय और रघुवर समर्थकों के बीच 28 अक्टूबर को एक बार फिर से वर्चस्व को लेकर झड़प हुआ था. झड़प में कुर्सियां खूब चली थी. घटना में कुछ लोग घायल भी हुये थे. छोटे से विवाद को लेकर मामले को तूल देने का काम किया गया था. हुआ यूं था कि रघुवर समर्थकों की ओर से सूर्य मंदिर परिसर में जहां पर टेंट लगाने का काम किया गया था ठीक वहीं पर सरयू समर्थक भी टेंट लगाने का काम कर रहे थे. इसी को लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हुआ था और मामला तूल पकड़ लिया था. इसके बाद ही रघुवर और सरयू समर्थकों के बीच कुर्सियां चली थी.
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