Jamshedpur (Sunil Pandey) : करनडीह दिशोम जाहेर प्रांगण में रविवार को जाहेर थान कमिटी की बैठक सीआर माझी की अध्यक्षता में हुई. इस बैठक में असम के मुख्यमंत्री द्वारा संताली भाषा के ओलचिकी लिपि को कैबिनेट में पारित करने की सराहना की गई. इसके लिए असम सरकार का आभार प्रकट किया गया. सीआर माझी ने कहा कि आज संताली भाषा देश की आठवीं अनुसूची में शामिल है. इसके बावजूद झारखंड के बच्चे मातृभाषा में पढ़ाई से वंचित हैं. राज्य सरकार की ईच्छा शक्ति की कमी के कारण राज्य में संताली अकादमी नहीं बन पायी. उन्होंने झारखण्ड के मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि झारखंड में भी अभिलंब संताली भाषा में पढ़ाई को प्रारंभ करवायी जाय. इसके लिए जल्द उक्त लिपि की पाठ्य-पुस्तकें छापकर वितरण किया जाए.
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कमिटी ने असम सरकार को सौंपा था मांग पत्र
जाहेर थान कमिटि के वरीय उपाध्यक्ष गणेश टुडु ने कहा कि जाहेरथान कमिटी एवं आखिल भारतीय संताली लेखक संघ के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने 21 अप्रैल 2023 को आसाम दौरे के दौरान वहां के शिक्षा मंत्री से मुलाकात की थी तथा संताली के विकास एवं ओलचिकी लिपि में पढ़ाई के लिए ज्ञापन सौंपा था. उन्होंने कहा कि असम सरकार ने कमिटी की मांग को प्रमुखता देते इसे कैबिनेट पारित किया. इसके लिए कमिटी असम सरकार का आभार व्यक्त करती है. बैठक में मुख्य रूप बुढान माझी,वीरप्राताप मुर्मू, बाबूराम सोरेन, दिनेश सोरेन, उपेन्द्र नाथ मूर्मू, दीपक हांसदा, मिर्जा मुर्मू, ताला टुडू, दुलारी मुर्मु,करणा मुर्मू, सुशील हेम्ब्रम आदि उपस्थित थे.
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