Jamshedpur : जमशेदपुर ट्रक ट्रेलर ऑनर्स एसोसिएशन द्वारा टाटा स्टील से परिवहन के लिए स्थानीय गाड़ी मालिकों की लंबित मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है. पिछले दिनों टाटा स्टील परिसर में एसोसिएशन के साथ हुई वार्ता में तय हुआ था कि नए सिरे से टेंडर की प्रक्रिया होगी, जिसमें डीजल के बढ़े हुए रेट व गाड़ियों की भार क्षमता पर विशेष गौर किया जाएगा. एसोसिएशन के अध्यक्ष जसबीर सिंह सीरे व संरक्षक धनंजय राय ने मंगलवार को डिमना रोड स्थित ट्रांसपोर्ट नगर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी मांगों को यदि टाटा स्टील ने नहीं माना तो लोकल व जोनल ट्रांसपोर्टर हड़ताल पर जाने को बाध्य होंगे. हड़ताल पर जाते ही लोकल की एक हजार गाड़ियां व जोनल की लगभग ढाई हजार से अधिक गाड़ियां लोडिंग के कार्य से खुद को अलग कर लेंगी. इसके बाद सारा काम ठप हो जाएगा. इसकी जिम्मेदारी टाटा स्टील व जिला प्रशासन की होगी. एसोसिएशन के संरक्षक धनंजय राय ने कहा कि सरायकेला-खरसावां प्रशासन बंगाल-ओड़िशा की गाड़ियों को ओवर लोडिंग जिला में चलाने की परमिशन दे रहा है. ऐसा कर वह झारखंड के राजस्व को भारी नुकसान पहुंचा रहा है.
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एसोसिएशन के अध्यक्ष जसबीर सिंह सीरे ने कहा कि कंपनी गेट पर धरना-प्रदर्शन के बाद कंपनी से मिले आश्वासन कि नए टेंडर में उनकी बातों को रखा जाए. इसके बाद एसोसिएशन ने आंदोलन वापस ले लिया था. वार्ता में तय हुआ था कि कंपनी द्वारा ने नियम जिसमें 10 साल पुरानी गाड़ियों को लोडिंग में प्राथमिकता के बजाे सरकार द्वारा मान्यता प्रदत 15 वर्ष के नियम को मानते हुए लोडिंग दी जाए. गाड़ियों की पासिंग क्षमता के अनुसार गाड़ी का भाड़ा देना अनिवार्य करें, कंपनी 80 प्रतिशत माल रेल द्वारा परिवहन करना बंद करे, 50 प्रतिशत सड़क परिवहन द्वारा माल को भेजना सुनिश्चित कराएं. टेंडर में ही नियम बनाया जाए कि निबंधित ट्रांसपोर्टर अपनी गाड़ी के अलावा 50 प्रतिशत माल स्थानीय गाड़ी को दें. पुराने दर से 20 प्रतिशत टेंडर में अधिक भाड़ा देना सुनिश्चित करें. गाड़ियों के मूल्य, टायर और डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. इन सभी मांगों के संबंध में टाटा स्टील यदि अनदेखि करती है तो एसोसिएशन फिर से कंपनी गेट को जाम करने के लिए वाध्य होेगी. संवाददाता सम्मेलन में हसन खान, बादल सिंह, सुनील सिंह, बलजीत सिंह, एम नजरुल के अलावा अन्य काफी ट्रांसपोर्टर उपस्थित थे.