Jamshedpur (Anand Mishra) : जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में इंटरमीडिएट सेक्शन का संचालन जारी रखने को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन पशोपेश की स्थिति में है. हालांकि इस साल भी यूनिवर्सिटी के इंटरमीडिएट सेक्शन में तीनों संकायों में एडमिशन की मांग हो रही है. छात्र संगठन आंदोलन कर रहे हैं. छात्राएं और अभिभावक यूनिवर्सिटी का चक्कर लगा रहे हैं. बावजूद इंटरमीडिएट की कक्षाएं जारी रखने को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन मौन है. यूनिवर्सिटी के अधिकारियों की मानें, तो यहां इंटरमीडिएट की पढ़ाई जारी रखने से भविष्य में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
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क्या है परेशानी
बताया जाता है कि यूनिवर्सिटी कैंपस में इंटरमीडिएट की पढ़ाई जारी रखने से निकट भविष्य में नैक एक्रिडिटेशन में परेशानी होगी. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देशों के मुताबिक यूनिवर्सिटी अथवा डिग्री कॉलेज कैंपस में इंटरमीडिएट की पढ़ाई नहीं हो सकता है. इसके अलावा विश्वविद्यालय को यूजीसी से प्राप्त 12बी की मान्यता पर भी संकट उत्पन्न हो सकता है. इसके तहत विश्वविद्यालय को यूजीसी के अनुदान प्राप्त होता है, जो विकास के लिए महत्वपूर्ण है.
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विश्वविद्यालयों के लिए नहीं है सरकार का आदेश
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने बताया कि हाल के दिनों में राज्य सरकार की ओर से अंगीभूत, सहायता प्राप्त एवं संबद्ध कॉलेजों में इंटमीडिएट की पढ़ाई जारी रखने का जो आदेश निर्गत किया गया है, वह विश्वविद्यालयों के लिए नहीं है. राज्य सरकार के संबंधित पत्र में कहीं भी विश्वविद्यालय में इंटरमीडिएट कक्षाओं में नामांकन लेने के संबंध में उल्लेख नहीं है. इसके अलावा देखा जाय तो नयी शिक्षा नीति-2020 के तहत भी नौ वीं से 12वीं तक की पढ़ाई को स्कूली शिक्षा के अंतर्गत रखा गया है.
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राज्यपाल के ओएसडी (शिक्षा) को दी गयी जानकारी
विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया है कि पिछले दिनों राज्यपाल सह कुलाधिपति के ओएसडी (शिक्षा) डॉ संजीव राय विश्वविद्यालय के दौरे पर आये थे. उस दौरान उन्हें भी इस संबंध में बताया गया था. विश्वविद्यालय में इंटरमीडिएट की पढ़ाई जारी रखने के संबंध में आ रहे दबाव से अवगत कराते हुए राज्य सरकार के पत्र की प्रति सौंपी गयी थी. उन्होंने राजभवन जाकर इस संबंध में विशेष चर्चा करने को आश्वस्त किया है.
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मंत्री बन्ना गुप्ता ने कुलपति से की थी बात
पिछले दिनों यूनिवर्सिटी के इंटमीडिएट सेक्शन में कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाओं ने मंत्री बन्ना गुप्ता से मुलाकात की थी. उस दौरान उन्होंने श्री गुप्ता को विश्वविद्यालय के इंटरमीडिएट सेक्शन में एडमिशन शुरू कराने का आग्रह किया था. इस पर श्री गुप्ता ने विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ अंजिला गुप्ता से दूरभाष पर बात की थी. शिक्षक-शिक्षिकाओं की मानें, तो कुलपति ने श्री गुप्ता से एडमिशन की प्रक्रिया जल्द शुरू करने की बात कही थी. वहीं उक्त प्रावधानों के मद्देनजर विश्वविद्यालय प्रशासन इस मसले पर कोई निर्णय नहीं ले पा रहा है.