Jamshedpur (Vishwajeet Bhatt) : आदित्यपुर स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर के मशीन विजन एवं इंटेलिजेंस लैब के तत्वावधान में 20 सितंबर से ही छह दिवसीय “आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस फॉर एड्रेसिंग प्रोब्लेम्स इन ऑन्कोलॉजी” पर कार्यशाला चल रही है. इस कार्यशाला का मुख्य विषय कैंसर के इलाज में होने वाले प्रौद्योगिकीय समस्याओं को दूर करने के लिए कृत्रिम बुदि्धमत्ता की उपयोगिता है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों को पूरा करते हुए अंतरविभागीय विषयों के शोध को बढ़ावा देने के लिए यह कार्यशाला एक मंच प्रदान कर रही है. यह कार्यशाला चिकित्सक, कैंसर पर शोध करने वाले शोधार्थी, शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधियों को अपने अनुभवों के साथ-साथ कैंसर के इलाज में सामने आने वाली चुनौतियां पर चर्चा करने के लिए एक मंच दे रही है.
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कई विशेषज्ञों ने किया सत्र को संबोधित
कैंसर के इलाज में होने वाले प्रौद्योगिकी के सटीक प्रयोग पर आधारित पहले सत्र को प्रसिद्ध कैंसर सर्जन डॉ. शुभ्रांत कांति कुंडू ने संबोधित किया. उन्होंने कृत्रिम बुदि्धमत्ता का कैंसर के इलाज में प्रयोग पर प्रकाश डाला. द्वितीय सत्र में भारतीय प्राद्यौगिकी संस्थान, पटना के डॉ. राजीव कुमार झा ने मेमोग्राम के माध्यम से स्तन कैंसर में प्रयोग होने वाली कृत्रिम बुदि्धमत्ता के प्रयोग को कार्यशाला में प्रस्ततु किया. तीसरे सत्र को डॉ. जार्ज जिकाश, मनैहाटन कॉलेज, अमेरिका ने सटीक इलाज में मशीन विजन के प्रयोग पर चर्चा की.
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देश-विदेश के कई विशेषज्ञ सभा को करेंगे संबोधित
इस कार्यशाला में देश के विभिन्न संस्थानों के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं. आने वाले सत्रों को देश-विदेश के विभिन्न विशेषज्ञ सम्बोधित करेंगे. इनमें देश के प्रसिद्ध कैंसर विशेषज्ञ डॉ. गीता कदयाप्रत, मैक्स अस्पताल, दिल्ली, डॉ. मरिओस अन्टोनाककिस टेक्निकल यूनिवर्सिटी ग्रीस, डॉ. राजेश कुमार पांडये, आईआईटी बीएचयू वाराणसी प्रमुख हैं. इस कार्यशाला के संयोजक डॉ. कौशलेन्द्र कुमार सिंह हैं. उद्घाटन सत्र को उप निदेशक प्रो. आरवी शर्मा, डॉ. संजय कुमार ने भी संबोधित किया. कार्यशाला का समापन 25 सिंतबर को होगा.