Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : सामाजिक संस्था युवा (यूथ यूनिटी फॉर वॉलेंटरी एक्शन) द्वारा कॉमिक रिलीफ कार्यक्रम के तहत सोमवार को नेतृत्व एवं प्रशासनिक क्षमता वृद्धि विषय पर हाता में कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस अवसर पर युवा के सदस्य अंजना देवगम ने बताया कि महिला जनप्रतिनिधि होने के नाते हमें समझना पड़ेगा. विशेषकर उन लोगों के लिए काम करना चाहिए जिनके पास संसाधन नहीं है. जिनके साथ बहुत हिंसा और भेदभाव होता है, जैसे बहुत पिछड़े वर्ग की महिलाएं एकल महिलाएं, विकलांग महिलाओं तक संसाधन पहुंचाना चाहिए.
इसे भी पढ़ें : चक्रधरपुर : पंडित हाता दुर्गा पूजा समिति इस वर्ष सादगीपूर्ण तरीके से मनाएगी पूजा
सशक्तीकरण व बदलाव के लिए संगठित होना जरूरी
संगठित होना सशक्तीकरण और बदलाव के लिए बहुत जरूरी है. इससे सत्ता पर दबाव बनता है. यह उपेक्षित समूह को सुरक्षा व हक दिलाने का एक जरिया है. इस दौरान महिला पंचायत प्रतिनिधियों ने पंचायत में महिलाओं की भूमिका व जिम्मेदारियां और ग्राम पंचायत की भूमिका व काम पर विस्तार से चर्चा की. देवगम ने कहा कि महिलाओं के लिए पंचायत का हिस्सा होना बहुत जरूरी है. जिससे वे महिलाओं और लड़कियों के मुद्दों को पंचायत में उठा सके. उन्होंने चिन्हित किया की किस तरह की हिंसा महिलाओं लड़कियों और विकलांग महिलाओं के साथ हो रही है. इस पर एकत्रित होकर पहल करने की जरूरत है.
इसे भी पढ़ें : गढ़वा : जिला सलाहकार कमेटी की बैठक, डीसी ने जागरूकता पर दिया जोर
ग्राम सभा में महिलाओं की बढ़ानी होगी भागीदारी
समाज में पुरुष हमेशा महिलाओं को पीछे रखना चाहते हैं. लेकिन हमें बदलाव लाने के लिए पहल करनी है. हम सभी महिलाओं को संगठित होकर ग्राम सभा में महिलाओं की भागीदारी बढ़ानी है. जिससे लड़कियां और महिलाएं अपने मुद्दों को रख सकें और अपने अधिकारों को सुरक्षित कर सकें. इस कार्यशाला में पोटका प्रखंड के विभिन्न पंचायत की महिला प्रतिनिधि शामिल हुईं. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में युवा के सभी सदस्यों ने सहयोग किया.