Jamtara : मंगलवार की रात जामताड़ा थाना क्षेत्र के कोर्ट रोड प्रेमधाम स्थित एक मकान से जामताड़ा थाना पुलिस ने अवैध हथियार के साथ छह संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. थाना के एसआई अरविंद कुमार की लिखित शिकायत पर कांड संख्या-21/23 भादवि की धारा-25(1 ए बी 2635) आर्म्स एक्ट के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की गई है. जिसमें मुजफ्फरपुर बिहार के रहने वाले राकेश कुमार, विवेक कुमार, कुणाल सिंह व शशि कुमार और जामताड़ा थाना क्षेत्र के कोर्ट प्रेमधाम के चंदन कुमार व कुंदन कुमार को गिरफ्तार किया गया है. एसडीपीओ आनंद ज्योति मिंज ने कहा कि आरोपियों ने आर्म्स के संदर्भ में बताया कि नागालैंड से लाइसेंस निर्गत है. लेकिन आर्म्स का लाइसेंस नहीं दिखा पाने के कारण सभी को जेल भेजा जा रहा है.
गिरफ्तार राकेश कुमार जिला भूमि संरक्षण विभाग का कर्मी है. जबकि उसके साथ गिरफ़्तार उसका भांजा कुणाल सिंह मुजफ्ऱपपुर का सपा नेता है. सभी आरोपी कोर्ट रोड स्थित प्रेम धाम मोहल्ले में एक मकान में राकेश कुमार के साथ रह रहे थे. आरोप है कि 20 फरवरी को गांधी मैदान में लगे हस्तशिल्प मेला मैदान में किसी से कहासुनी हुई थी. इसके बाद दहशत पैदा करने के लिए हवा में फायरिंग कर सभी आरोपी भाग निकले थे. उसके बाद से ही सभी आरोपियों की तलाश हो रही थी.
मंगलवार की रात प्रेमधाम स्थित पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र मंडल के आवास के समीप एक युवक संदिग्ध अवस्था में खड़ा था, जिसे स्थानीय लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. उसकी निशानदेही पर सभी आरोपियों को प्रेमधाम स्थित एक मकान से गिरफ्तार किया गया. आरोपियों के पास से एक स्कॉर्पियों (संख्या बीआर-06 पी सी 4726) जब्त किया गया है. उक्त स्कॉर्पियों वाहन में एक बैग में हथियार छिपाकर रखा गया था.
पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष ने कहा, उनकी हत्या की दी गई थी सुपारी
आरोपियों की गिरफ़्तारी के बाद पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र मंडल ने कहा कि आरोपियों को उनकी हत्या के लिए कांट्रेक्ट कीलिंग(सुपारी)दी गई थी. पिछले एक सप्ताह से सभी आरोपी उनके आवास और गांधी मैदान में उनकी गतिविधियों की रेकी कर रहे थे. किसी राजनीतिक प्रतिद्वंदी का नाम लिए बगैर वीरेन्द्र मंडल ने कहा कि कुछ लोग आसन्न नगर पंचायत चुनाव में अध्यक्ष बनना चाहते है. उन्हीं के द्वारा हत्या की साजिश रची गई थी. जिसकी भनक लगने पर वह और उनके समर्थक चौकन्ना थे. मंगलवार की रात को उनलोगों ने एक आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. फिर एक के बाद एक सभी आरोपी पकड़ लिए गए.
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