Jamtara: गरीबों के लिए वृद्धावस्था पेंशन बड़ी राहत होती है. समय पर नहीं मिलने से समस्या होती है. ऐसी समस्या से जिले के कई परिवार परेशान हैं. जिले में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन का आवंटन जनवरी महीने में भी नहीं हो सका है. लगातार यह पांचवां महीना है, आवंटन नहीं होने से इसका सीधा असर लाभुकों पर पड़ रहा है.
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत 60 वर्ष से 79 उम्र के बुजुर्ग होते हैं. जिले में उक्त पेंशन योजना के कुल लाभुकों की संख्या 36,805 है. उनके समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है.
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पेंशन की आस में आते हैं बैंक
जानकारों का कहना है कि केंद्र सरकार राशि आवंटित नहीं कर रही है. लाभुकों में गरीब परिवार हैं. ऐसे परिवारों के लिए वृद्धावस्था पेंशन की राशि काफी अहम होती है. इससे उनका खर्च पूरा होता है. कारण है कि उनमें से ज्यादातर पेंशन की उम्मीद में हर दिन बैंक का आते हैं। वह इस भरोसे आते हैं कि शायद आज बैंक खाता में राशि पहुंच गई हो, लेकिन उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है.
सदर प्रखंड के सर्खेलडीह गांव निवासी 76 वर्षीय जुबेदा बीबी कहती हैं कि पेंशन की राशि उनके लिए उम्मीद की किरण है. हर महीने हजार रुपये मिलते हैं, उन पैसों से वे अपनी जरुरतें पूरी करती हैं. पिछले पांच महीनों से पेंशन नहीं मिलने से कई तरह की कठिनाईयां हो रही हैं. जुबेदा पैसे-पैसे की मोहताज हो गई हैं. जुबैदा की तरह ही गांव में इनामुल हक और तमीना जैसे कई लोग हैं.
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आवंटन में विलंब
इस संबंध में जिला समाजिक सुरक्षा कोषांग के पदाधिकारी देवराम भगत ने कहा कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना (60 वर्ष से 79 उम्र ) के तहत मार्च 2021 तक के पेंशन भुगतान के लिए 10 करोड़ 42 लाख 26 हजार रूपए के आवंटन की मांग की गई है. लेकिन आवंटित नहींं हो सका है.
इस योजना में (उम्र-80 से अधिक) के 1428 लाभुक हैं. इन लाभुकों के पेंशन के लिए 02 करोड़ 52 लाख 24 हजार रूपए का आवंटन प्राप्त हुआ है. जिसमें जुलाई 2020 तक 77 लाख 71 हजार रूपए व्यय किया गया है, जबकि 01 करोड़ 74 लाख 53 हजार रूपए की राशि शेष है. इसमें मार्च 2020 से मार्च 2021 तक 01 करोड़ 26 लाख 59 हजार 02 सौ रूपए का संभावित व्यय होना है.
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