Jamtara: चिरेका ने वर्ष 2021 में रिकॉर्ड लोको उत्पादन किया है. चित्तरंजन लोकोमोटिव वर्क्स रेल मंत्रालय के तहत एक प्रमुख उत्पादन इकाई है, जो भारतीय रेल को इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रमुख प्रेरक बन कर उभरी है. 2021 चिरेका के लिए चुनौतीपूर्ण साल रहा. कोविड महामारी के कारण उत्पादन की गति बनाए रखने में इसे कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. बावजूद चिरेका ने इस साल लोकोमोटिव उत्पादन के क्षेत्र में कई रिकॉर्ड तोड़े. आत्मानिर्भर भारत को वास्तविक आकार देने में चिरेका ने जनवरी-दिसंबर 2021 में रिकॉर्ड 467 इंजनों का सफल उत्पादन कर इतिहास का एक और अध्याय लिखा है. यह अब तक का सबसे अच्छा उत्पादन आंकड़ा है. 467 लोकोमोटिव का रिकॉर्ड उत्पादन प्रति माह 40 प्लस लोको के उत्पादन की निरंतर प्रवृत्ति का परिणाम रहा है.
70 वर्षों में विभिन्न वर्गों के 11,000 इंजन का उत्पादन
अब तक चिरेका ने अपने 70 गौरवशाली वर्षों की यात्रा में विभिन्न वर्गों के 11000 इंजनों का उत्पादन किया, जिनमें 2351 वाष्प रेल इंजन शामिल हैं. कंपनी ने 1961 से 31 दिसंबर, 2021 तक विभिन्न प्रकार के भाप इंजनों (1950-1968), 842 डीजल इंजनों (1968-1993) और 7936 इलेक्ट्रिक इंजनों के उत्पादन की मिसाल कायम की है.भारतीय रेल द्वारा उपयोग में आने वाले सभी विद्युत इंजनों का लगभग 90% चिरेका की असेंबली लाइल से आया है.
लोकोमोटिव उत्पादन में सबसे तेज गति वाला वर्ष
यह वर्ष किसी भी वित्तीय वर्ष के 100वें, 200वें और 300 वें लोकोमोटिव के उत्पादन में अब तक का सबसे तेज गति वाला वर्ष देखा गया. यह उपलब्धि रिकॉर्ड 195 कार्य दिवसों में हासिल हुई है, जो किसी भी वित्तीय वर्ष में कार्य दिवसों के मामले में सबसे तेज है. रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने भी रिकॉर्ड उपलब्धि के लिए “टीम चिरेका को बधाई दी है. चिरेका ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के 200 वें विद्युत इंजनों को कोविड प्रतिबंधों के बावजूद रिकॉर्ड 146 कार्य दिवसों में तैयार किया. वित्तीय वर्ष 2021-22 में रिकॉर्ड 81 कार्य दिवसों में 100 विद्युत इंजनों का उत्पादन किया.
इंजनों में नई तकनीक को अपनाने में भी अग्रणी
चिरेका इंजनों में नई तकनीक को अपनाने में भी अग्रणी है. वर्ष 2021 में चित्तरंजन लोको वर्क्स ने कई लोकोमोटिव के साथ लंबी मालगाड़ी चलाने की सुविधा के लिए 2 जुलाई 2021 को डिस्ट्रीब्यूटेड पावर वायरलेस कंट्रोल सिस्टम से लैस 200 वां लोको बनाया है, जो रेडियो लिंक के माध्यम से लोकोमोटिव को वायरलेस तरीके से जोड़ने का समाधान प्रदान करता है. इस उल्लेखनीय कार्य के लिए चिरेका महाप्रबंधक सतीश कुमार कश्यप ने पूरी टीम को बधाई दी और इंजनों के सफल उत्पादन में उनके प्रयास की सराहना की. उन्होंने उम्मीद जताई है कि चिरेका उच्चतम संख्या का एक और मील का पत्थर हासिल करने के लिए पूरी तरह तैयार है.
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