Jamtara : जामताड़ा (Jamtara) – गोड्डा के पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने शत प्रतिशत उर्दू पढ़ने वाले छात्रों के स्कूलों को चिन्हित कर उनमें शुक्रवार को छुट्टी और रविवार को कक्षा का संचालन करने की मांग की है. पत्रकार वार्ता में अंसारी ने कहा कि शत-प्रतिशत अल्पसंख्यक आबादी वाले गांवों में उर्दू स्कूलों का संचालन वर्षों से होता रहा है. इस मुद्दे पर बेवजह राजनीति हो रही है. उर्दू भाषा को केवल अल्पसंख्यक से जोड़कर विरोध करना उचित नही है.
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में बीजेपी की सरकार है. उन राज्यों में संचालित उर्दू स्कूलों पर पाबंदी लगाकर बीजेपी दिखाए. हेमंत सोरेन सरकार का बचाव करते हुए फुरकान ने कहा कि ऐसा नहीं है कि हेमंत सोरेन की सरकार के समय में अल्पसंख्यक आबादी वाले गांव स्थित उर्दू स्कूलों में शुक्रवार को सप्ताहिक छुट्टी की घोषणा की गई है. संयुक्त बिहार के समय से ही इन स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी मिलती थी. रविवार को विद्यालय खुला रहता था.
उन्होने कहा कि उर्दू किसी धर्म और जाति की भाषा नहीं है. यह एशिया की भाषा है. भारत में मुस्लिम से ज्यादा गैर मुस्लिम उर्दू पढ़ते रहे हैं. मौके पर हाजी रफीक अनवर, हाजी रजाउद्दीन अंसारी, इरशाद उल हक अर्शी, विनोद क्षत्रिय, ब्लू चक्रवर्ती समेत अन्य उपस्थित थे.
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