Jamtara: नारायणपुर प्रखंड की टोपाटांड पंचायत के रजवारडीह गांव में बीते एक सप्ताह से सोलर जलापूर्ति संयंत्र ठप पड़ा हुआ है. गौरतलब है कि साल 2019-20 में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से मुख्यमंत्री जन जल योजना अंतर्गत अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति बहुल गांवों में सोलर आधारित पाइप जलापूर्ति योजना का अधिष्ठापन किया गया था. इसमें 04 लाख 26 हजार की लागत आयी है.
चार महीने पूर्व ही जलमीनार पूर्ण हुआ है. लेकिन यह संयंत्र बीते एक सप्ताह से खराब है. जलमीनार के खराब होने से लोगों को पेयजल के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण ने बताया कि जल मीनार लगने के साथ ही इसमें खराबी आनी शुरू हो गई थी. कई बार ग्रामीणों के सहयोग से इसे ठीक कराया गया. लेकिन बार-बार खराब हो जाने से ग्रामीण भी इसे छोड़ दिए.
इसे भी देखें-
बताया जाता है कि ठेकेदार की ओर से उक्त चापाकल में समरसेबल पंप डालकर जल मीनार को चालू किया गया था. समरसेबल डाल देने से चापाकल से अब पानी आना बंद हो गया है. जिससे पूरे गांव में पीने के पानी के लिए जद्दोजेहद करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार ने अधिक मुनाफा अर्जित करने के उद्देश्य जल मीनार में घटिया सामग्री का उपयोग किया था. इसके कारण ही वह हमेशा खराब रहता है.
कार्यपालक अभियंता सुरेन्द्र दिनकर ने कहा कि एकरारनामा के अनुसार मुख्यमंत्री जन जल योजना अंतर्गत अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति बहुल गांव में लगे सोलर आधारित पाइप जलापूर्ति योजना का रख-रखाव संवेदक को करना है. संवेदक को इसका निर्देश देते हुए जल्द से जल्द जलापूर्ति योजना को चालू करवाया जाएगा.
इसे भी पढ़ें-जामताड़ा: गोविंदपुर-साहेबगंज स्टेट हाईवे पर सड़क हादसे में आईआरबी जवान की मौत