Jamtara: अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय के समक्ष बीजेपी ने आज धरना-प्रदर्शन किया है. मामला जिले के चिरुडीह गांव स्थित पांच दलित परिवार के जमीन व प्रधानमंत्री आवास पर अवैध कब्जे से जुड़ा है. इस धरना-प्रदर्शन में पीड़ित परिवार सहित बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा की जिला कमेटी व अन्य लोग शामिल रहे. अपने घर व जमीन से बेदखल पीड़ित दलित परिवार की एक महिला बेहोश भी गई. हालांक कुछ देर बाद महिला को होश आ गया. पीड़ित परिवार न्याय की उम्मीद में है. लेकिन उन्हें उनके घर तक ले जाने के लिए प्रशासनिक महकमा की ओर से कोई प्रयास नहीं किया गया है. जिस कारण धरना-प्रदर्शन कर रहे जिला प्रशासन को संवेदनहीन करार दिया गया. इस धरना प्रदर्शन में सरकार और जिला प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई.
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चंदनकियारी विधायक-सह-पूर्व मंत्री अमर बाउरी का आरोप
मौके पर चंदनकियारी विधायक सह पूर्व मंत्री अमर बाउरी ने आरोप लगाया कि, यहां के उपायुक्त दलित व शोषित परिवारों को न्याय नहीं दिला पा रहे हैं. पीड़ित के जमीन व निर्माणाधीन आवास पर अवैध कब्जा जमा लिया गया है. आरोप है कि आवास निर्माण के लिए खरीदी गई छड़ को भी बदमाशों द्वारा लूट लिया गया. बावजूद जिला प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंग रहा. उन्होंने सूबे की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए दलित व गरीब विरोधी बताया है. चार दिनों से चिरूडीह गांव के पांच दलित परिवार सड़क पर भटकने को मजबूर हैं. उनके प्रधानमंत्री आवास व जमीन पर दबंग परिवारों द्वारा कब्जा कर लिया गया है.
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इस विषय को लेकर नारायणपुर थाना व अंचलाधिकारी ने अनसूना कर दिया. जिसके बाद यह दलित परिवार समाहरणालय पहुंचा और उपायुक्त कार्यालय की दहलीज पर 7 घंटे तक बैठा रहा. लेकिन बताया जा रहा है कि उपायुक्त ने इन गरीबों से मिलने से इंकार कर दिया. इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि, यहां के उपायुक्त संवेदनशील मामलों को लेकर कितने गंभीर हैं. इस अवसर पर जिला अध्यक्ष सोमनाथ सिंह, अनुप पांडेय, अजय पांडेय, निमाई चन्द्र दास, हितेश दास समेत अन्य लोग उपस्थित थे.
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