jamtara : मुख्यमंत्री प्रोत्साहन राशि योजना के तहत जिले को मिली राशि सरेंडर कर दी गई है. गौरतलब है कि पिछले वर्ष राज्य सरकार की ओर से जिले के तकनीकी रूप से प्रशिक्षित युवाओं के लिए आर्थिक सहायता के लिए आवेदन लिया गया था. जिले के करीब 285 प्रशिक्षित युवा-युवतियों ने आवेदन जिला नियोजनालय कार्यालय में जमा किया था. इसके बाद इन युवाओं को आस जगी थी कि सरकार की ओर से सहायता राशि मिलेगी. राशि वितरण के लिए राज्य से जिला नियोजनालय कार्यालय को दो करोड़ 14 लाख 40 हजार रुपये दिये भी गए. लेकिन यह राशि विभाग की ओर से सरेंडर कर दी गई. इससे युवाओं में निराशा देखी जा रही है.
क्या थी योजना
मुख्यमंत्री प्रोत्साहन राशि योजना के माध्यम से झारखंड के सभी नागरिक, जो शिक्षित होने के बावजूद बेरोजगार हैं, प्रत्येक वर्ष पांच हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जानी थी. इस योजना का लाभ सिर्फ तकनीकी रूप से प्रशिक्षित बेरोजगार युवक उठा सकते हैं, खास कर जिनके पास नेशनल स्किल डेवलपमेंट एजेंसी से किसी भी रोजगार या स्वरोजगार में शामिल ना होने का प्रमाण है. प्रोत्साहन राशि सीधे लाभार्थी के खाते में डीबीटी के माध्यम से पहुंचाना है.
क्या कहते हैं जिला नियोजन पदाधिकारी
जिला नियोजन पदाधिकारी प्रीति कुमारी ने कहा कि सभी युवाओं का आवेदन कार्यालय में रखा गया है. फिलहाल यह राशि विभाग को सरेंडर कर दी गई है. सरकार का निर्देश प्राप्त होते ही युवाओं को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
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