Jamtara: किसी भी योजना को पूरा करने में पदाधिकारियों के साथ ही लोगों का सहयोग भी जरूरी है. तभी कोई योजना सफल होती है. जब लाभुक भी इसमें शामिल हो जाएंगे तो मुश्किल हो जाती है. ऐसा ही मामला करमाटांड़ के शिकरपोसनी गांव से है.
इसे भी पढ़ें- अक्षर फाउंडेशन ने रांची में 26 अनाथ बच्चों और बेड़ो में 75 दिव्यांग बच्चों के बीच पाठ्य सामग्री वितरित की
बताया जाता है कि मनरेगा के अंतर्गत कविता देवी की जमीन में सिंचाई कुआं बनाया जाना था. यह योजना 2018-19 में स्वीकृत हुआ था. लेकिन कुएं की खुदाई पूरी भी नहीं हुई और प्राक्कलित राशि से सामग्री खरीदने की राशि निकाल ली गई.
देखें वीडियो-
हो चुकी है पैसे की निकासी
राशि की निकासी के लगभग दो वर्ष होने को हैं. कुआं नहीं बन सका है. इसमें 105000 रुपए की निकासी कर ली गई है. इसमें मानव दिवस के रूप में 34272 रुपए की निकासी की गई है. जबकि सामग्री के ऐवज में 71227 रुपए की निकासी की गई है. पैसे तो निकाल लिये गये हैं, लेकिन काम पूरा नहीं हुआ है. स्थिति यह है कि न तो कुआं 10 फीट तक खोदा गया है और ना ही सामग्री गिराई गई है.
इसे भी पढ़ें- चुनाव की तारीख चंद कदम दूर, ममता के घर विशेष पूजा, भाजपा को बंगाल में दिख रही भगवा लहर
पदाधिकारियों पर उठ रहे सवाल
वहीं पंचायत सचिव कृष्णा मंडल से जब पूछा गया तो वे ऑफ द रिकॉर्ड बोलने को तैयार हुए. उन्होंने कहा कि वह पुरानी एस्टीमेट की योजना है. नई एस्टीमेट में कन्वर्ट होने के बाद कार्य प्रारंभ किया जाएगा. वहीं खर्चे से ज्यादा निकासी के सवाल पर कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. ऐसे में इस लापरवाही पर विभागीय पदाधिकारियों एवं कर्मियों पर सवाल उठ रहा है. इस मामले पर पदिधिकारियों को ध्यान देने की जरूरत है ताकि पैसे का सदुपयोग हो सके.
इसे भी पढ़ें- पलामू: अपराधी डब्लू सिंह के घर की कुर्की जब्ती, टाउन थाना पुलिस ने की कार्रवाई