पांच राज्यों में हो रहे चुनाव के समय में जावेद अख्तर द्वारा हिंदुओं को सहिष्णु बताया जाना सुर्खियां बटोर रहा है
Mumbai : भारत में डेमोक्रेसी हिंदुओं की वजह से है. गीतकार जावेद अख्तर ने मुंबई में शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में हिंदू संस्कृति की जमकर तारीफ करते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा कि वे (हिंदू) हमेशा से सहिष्णु रहे हैं. भारत में डेमोक्रेसी हिंदुओं की वजह से है. जावेद अख्तर ने हिंदू धर्म के सांस्कृतिक महत्व पर जोर देते हुए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता कम होने पर भी चिंता ज़ाहिर की. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
कुछ लोग हैं जो हमेशा से असहिष्णु रहे हैं
अपने विचार रखने के क्रम में गीतकार जावेद अख्तर ने कहा, कुछ लोग हैं जो हमेशा से असहिष्णु रहे हैं. लेकिन कहा कि हिंदू ऐसे (असहिष्णु) नहीं हैं. हिंदुओं की खासियत यह है कि वह बहुत उदार और बड़े दिल वाले हैं. जावेद अख्तर ने सलाह दी कि इस क्वालिटी को बनाये रखा जाये, वरना आप (हिंदू) भी दूसरों जैसे हो जाओगे. जावेद अख्तर का कहना था कि हिंदू संस्कृति-सभ्यता ने हमें डेमोक्रेटिक एटीट्यूड सिखाया है.
जावेद अख्तर के बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल मची
इसी एटीट्यूड की वजह से हमारे देश में लोकतंत्र है. अपनी बात को विस्तार देते हुए कहा कि यह सोचना कि हम सही हैं और बाकी सब गलत हैं, यह सोचना हिंदुओं का काम नहीं है.
जावेद अख्तर के इस बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गयी है. बता दें कि जावेद भाजपा सरकार की खुल कर आलोचना करते रहे हैं.
जावेद अख्तर ने जय सियाराम का उद्घोष किया
जान लें कि जावेद अख्तर ने मंच से कहा कि राम और सीता उनके लिए आदर्श हैं. उन्होंने कहा कि रामायण केवल हिंदुओं का पवित्र ग्रंथ नहीं है बल्कि वह देश की धरोहर है. जावेद अख्तर ने कहा,राम सीता की जोड़ी आज के समय के लिए एक आदर्श वैवाहिक जोड़ी है. राम को सीता से केवल रावण ने अलग किया और इसलिए हमें जय सियराम का उद्घोष करना चाहिए, इसके साथ ही उन्होंने जय सियाराम का उद्घोष किया और वहां मौजूद लोगों से भी जय सियाराम कहने को कहा.
पांच राज्यों में हो रहे चुनाव के समय में जावेद अख्तर द्वारा हिंदुओं को सहिष्णु बताया जाना सुर्खियां बटोर रहा है. बता दें कि भाजपा हमेशा हिंदुओं को शांत और लोकतंत्र में भरोसा रखने वाला करार देती रही है. ऐसे में हिंदुओं के लिए जावेद अख्तर का बयान हलचल मचा रहा है.