Ranchi : बिजली चोरी की समस्या झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड -JBVNL के लिए मुसीबत बन चुका है. हर महीने इसके लिये छापेमारी अभियान चलाया जाता है. अब जल्द ही निगम को इस समस्या से छुटकारा मिलेगा. जेबीवीएनएल के एक्सपर्ट्स की ओर से बिजली चोरी की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की तैयारी की जा रही है. निगम के आईटी विभाग की मानें तो, इसके लिये सिस्टम बनाया जा रहा है. प्रोजेक्ट बड़ा है और इससे बड़े पैमाने पर मॉनिटरिंग की जानी है. ट्रांसफॉर्मर में इसके लिये मीटर लगाने के साथ सिस्टम डेवलप किया जायेगा. प्रोजेक्ट बनने और लागू होने में समय लगेगा. पिछले कुछ समय से निगम की ओर से इसमें काम किया जा रहा है.
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15 लाख दो सौ हुई थी वसूली
हर महीने झारखंड उर्जा विकास निगम लिमिटेड की ओर से छापेमारी की जाती है. इसमें बिजली चोरी करने वालों पर कार्रवाई की जाती है. इस महीने की छापेमारी भी कुछ दिन पहले की गयी, जिसमें 3616 उपभोक्ताओं के यहां छापेमारी हुई. इसमें से लगभग 750 उपभोक्ताओं पर बिजली चोरी की धाराओं के तहत एफआईआर की गयी. वहीं निगम ने राज्यभर से 15 लाख 299 रुपये की वसूली की. बता दें कि बिजली बोर्ड की कमाई का मुख्य स्रोत बिजली बिल भुगतान है. ऐसे में बिजली चोरी करने से निगम को इसमें घाटा होता है.
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ऑनलाइन हैं कई सुविधाएं
पिछले साल से निगम की ओर से अधिकतर कार्य ऑनलाइन हो रहे हैं. इसके लिये पिछले दिनों सुविधा एप की शुरुआत की गयी. इससे उपभोक्ता जेबीवीएनएल की आधिकारिक वेबसाइट के जरिये भी उपयोग कर सकते है. इसमें ऑनलाइन बिल जेनरेट करना, नये बिजली मीटर कनेक्शन, मीटर में उपभोक्ता का नाम बदलने, शिकायत, ट्रांसफॉर्मर जलने संबंधी शिकायत, बिजली आपूर्ति की पूरी जानकारी, लाइव फीडर की ट्रैकिंग आदि उपलब्ध हैं. बता दें पिछले साल के कोविड संक्रमण के दौरान निगम को राजस्व में अधिक नुकसान हुआ. इसके बाद से निगम ने कई सुविधाएं ऑनलाइन शुरू की हैं.