सरकारी विद्यालयों को ‘स्कूल ऑफ एक्सीलेंस’ में बदलने का सीएम हेमंत सोरेन का सपना हो रहा पूरा. पहले चरण में 80 स्कूल को मिलेगी सीबीएसई से मान्यता
Nitesh Ojha
Ranchi: झारखंड के 24 जिले में बन रहा जिलास्तरीय मॉडल स्कूल जिसे स्कूल ऑफ एक्सीलेंस कहा गया है, को सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन यानी सीबीएसई से मान्यता मिलने की प्रक्रिया तेज हो गयी है. जिलों में कुल 80 स्कूल ऑफ एक्सलेंस बनाए जा रहे हैं. इनमें से 24 जिलों को सीबीएसई से पहले ही औपचारिक मान्यता मिल चुकी है. अब बचे हुए 56 स्कूलों के मान्यता के लिए झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद (जेईपीसी) ने सीबीएसई को प्रस्ताव भेज दिया है. अब सीबीएसई की ओर से स्कूलों का निरीक्षण किया जाएगा. मिली जानकारी के मुताबिक, अगले माह सीबीएसई की टीम झारखंड दौरे पर आएगी. ऐसे में शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है.
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कक्षा एक से 12वीं तक हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यम में होगी पढ़ाई
मॉडल स्कूल बन रहे 80 सरकारी स्कूलों में हर जिले में एक बालिका विद्यालय, एक कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय (केजीबीवी) और एक जिला स्कूल को शामिल किया गया है. मान्यता मिलने के बाद अगले शैक्षणिक सत्र से 80 मॉडल स्कूलों में सीबीएसई की तर्ज पर पढ़ाई शुरू हो जाएगी. सीबीएसई से मान्यता मिलने के बाद भी स्कूलों में कक्षा एक से 12वीं तक हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यम में पढ़ाई होगी. दो साल बाद स्कूल पूरी तरह अंग्रेजी माध्यम में बदल जाएंगे. मॉडल स्कूलों में बेंच-डेस्क, टेबल, लाइब्रेरी, प्रयोगशाला समेत आईसीटी लैब स्थापित किया जा रहा है.
शिक्षक नियुक्ति में अंग्रेजी बैकग्राउंड को दी जाएगी पहली प्राथमिकता
बनने वाले मॉडल स्कूलों में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. सरकारी विद्यालयों के वैसे शिक्षक जो पहले से ही सीबीएसई स्कूलों में कार्यरत थे या जिनका अंग्रेजी बैकग्राउंड है, उन्हें शिक्षक नियुक्ति में पहली प्राथमिकता दी जाएगी. जरूरत पड़ने पर केंद्रीय विद्यालय की तर्ज पर स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी.
मॉडल स्कूलों के शिक्षकों को दिया जाएगा विशेष प्रशिक्षण
बनने वाले 80 मॉडल स्कूलों के शिक्षकों को राज्य सरकार ने विशेष प्रशिक्षण देने का फैसला किया है. सबसे पहले 80 स्कूलों के प्रधानाचार्यों को 10 महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा. उसके बाद शिक्षकों के प्रशिक्षण पर जोर रहेगा. प्रशिक्षण में अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान और हिंदी जैसे विषयों पर खास ध्यान दिया जाएगा. स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के इस प्रशिक्षण कार्य में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन भी सहयोग करेगा.
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इन जिलों में बनाया जा रहा मॉडल स्कूल
राज्य के जिन जिलों में मॉडल स्कूल बनाया जा रहा है, उसमें बोकारो में 2, चतरा में 2, देवघर में 2, धनबाद में 5, दुमका में 2, गढ़वा में 3, गिरीडीह में 9, गोड्डा में 2, गुमला में 2, हजारीबाग में 4, जामताड़ा में 2, खूंटी में 2, कोडरमा में 3, लातेहार में 2, लोहरदगा में 1, पाकुड़ में 2, पलामू में 4, पश्चिम सिंहभूम में 2, पूर्वी सिंहभूम में 9, रामगढ़ में 1, रांची में 10, साहेबगंज में 3, सरायकेला और खरसांवा में 5, सिमडेगा में 1 जिला शामिल हैं.