Ranchi: मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना के अंतर्गत झारखंड राज्य के मरीजों के इलाज के लिए राज्य और राज्य से बाहर कुल 45 चिकित्सा संस्थान सूचीबद्ध है. बता दें कि इस योजना का लाभ वैसे व्यक्ति को मिलता है जिनका सकल वार्षिक आय लगातार तीन वर्षों तक आठ लाख से कम है. बीपीएल कार्डधारी व जिनकी वार्षिक आय 72 हजार या उससे कम है को असाध्य रोग (सभी प्रकार के कैंसर, किडनी प्रत्यारोपण, गंभीर लीवर रोग और एसिड अटैक) के आलावा ब्रेन हेमरेज, थैलेसीमिया, बोन मैरो ट्रांसप्लांट, कोरोनरी आर्टरी बाईपास ग्राफ्टिंग, रेटिनल डिटैचमेंट, डकेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी जैसी बीमारियां को शामिल किया गया है. जिसमें पीड़ितों को चिकित्सा सहायता अनुदान दिया जाता है. एसिड अटैक प्रभावितों के इलाज पर होने वाले संपूर्ण खर्च जिसमें बेड, दवा, भोजन, सर्जरी और रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी का खर्च भी शामिल है. इस योजना के पूर्व में चिकित्सा अनुदान के रूप में अधिकतम 5 लाख रुपये दिया जाता था. जिसे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पर्याप्त नहीं मानते हुए 10 लाख रुपये कर दिया है.
इन 17 नई बीमारियों को किया गया है सूचीबद्ध
विस्कॉट एल्ड्रिच सिंड्रोम, थैलेसीमिया,ब्लड डिसक्रेसिया, अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण, आघात पश्चात विकृति और जलने के मामले में प्लास्टिक सर्जरी, रेटिनल डिटैचमेंट, क्रैनियोटॉमी क्रिटिकल केयर के साथ सिर की गंभीर चोट, कोरोनरी आर्टरी बाईपास ग्राफ्टिंग/इंट्रा एओर्टिक बैलोन पंप (सीएबीजी आईएबीपी), आईसीयू रोगी में तीव्र विफलता में निरंतर गुर्दे की प्रतिस्थापन चिकित्सा, प्रोलिफेरेटिव डायबिटिक रेटिनोपैथी, ट्रेकेआ ओसोफेजियल फिस्टुला का ऑपरेशन, मर्मज्ञ केराटोप्लास्टी, मेनिंगगोएन्सेफालकोल सर्जरी, ब्रेन हैमरेज, चेहरे की दरार, माइक्रोस्टिया हेमोफेशियल और अन्य सहित जन्मजात विकृति, कोकलियर इम्प्लांट, ड्यूचेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, जुवेनाइल नेसाफरीन्जियल एंजियोफिब्रोमा.
आयुष्मान के तहत सूचीबद्ध 1408 बीमारियों को छोड़कर शेष असाध्य रोग में शामिल
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लागू होने के बाद विभागीय पत्रांक 369/स्वा 19.03.2019 द्वारा इस योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध 1408 बीमारियों को छोड़कर शेष असाध्य रोगों का इलाज मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना के तहत अनुदान राशि दिया जाता है. सुविधा झारखंड के सभी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल, अन्य राज्यों के चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल, सभी केंद्रीय चिकित्सा संस्थान और सूचीबद्ध चिकित्सा संस्थानों में मान्य है. जिले के सिविल सर्जन के द्वारा इलाज के लिए 5 लाख तक की स्वीकृति दी जाती है. वहीं किसी विशेष मामले में निर्धारित सीमा से अधिक राशि देने की जरूरत होती है, तो ऐसे मामले में मंत्रिमंडल की अनुशंसा प्राप्त कर विभाग के द्वारा स्वीकृति दी जाएगी. इसके लिए राज्य स्तर पर चिकित्सा सहायता प्रबंधन समिति का गठन किया गया है.
राज्य स्तरीय चिकित्सा सहायता प्रबंधन समिति में ये हैं शामिल
– मंत्री, स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग: अध्यक्ष
– प्रधान सचिव/सचिव स्वास्थ्य विभाग: सदस्य
– प्रधान सचिव/सचिव वित्त विभाग: सदस्य
– प्रधान सचिव/सचिव कल्याण विभाग: सदस्य
– निदेशक रिम्स: सदस्य
– प्रभारी अपर/संयुक्त/ उपसचिव, स्वास्थ्य विभाग: सदस्य सचिव
सिविल सर्जन की अध्यक्षता में समिति का किया गया है गठन
– असैनिक शल्य चिकित्सा सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी: अध्यक्ष
– उपायुक्त द्वारा नामित एक वरीय प्रशासनिक पदाधिकारी: सदस्य
– स्थानीय विधायक/विधायक प्रतिनिधि: सदस्य
– जिला कल्याण पदाधिकारी: सदस्य
– उपाधीक्षक सदर अस्पताल: सदस्य
– सदर अस्पताल की वरीयताम महिला चिकित्सा पदाधिकारी: सदस्य
– संबंधित बीमारी के विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी: सदस्य
सूचीबद्ध चिकित्सा संस्थान
– वेदांता मेडिसिटी,गुड़गांव हरियाणा
– डाईसन हॉस्पिटल, कोलकाता
– अपोलो ग्लेनीग्लस हॉस्पिटल, कोलकाता
– मेडिका सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कोलकाता
– क्यूरी अब्दुर रज्जाक अंसारी कैंसर इंस्टीट्यूट, इरबा, रांची
– मेहरबाई टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, जमशेदपुर
– इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस शेखपुरा,पटना
– झारखंड राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल एवं अन्य राज्यों के चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल
– भारत सरकार के सभी केंद्रीय चिकित्सा संस्थान
– टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई
– संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ
– महावीर कैंसर इंस्टीट्यूट फुलवारी शरीफ, पटना
– अपोलो भुवनेश्वर व अपोलो हैदराबाद
– अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) नई दिल्ली
– क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर
– पीजीआई, चंडीगढ़
– भगवान महावीर मेडिका सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, रांची
– रुबी जनरल हॉस्पिटल लिमिटेड, कोलकाता
– पारस हॉस्पिटल, पटना
– असरफी हॉस्पिटल, धनबाद
– आरजेएसपी कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, कटहल मोड़, रांची
– राज हॉस्पिटल, रांची
– सेव लाइफ हॉस्पिटल आदित्यपुर, जमशेदपुर
– वासोवटराकाम इंडो अमेरिकन कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, हैदराबाद
– आर्टेमिस हॉस्पिटल गुड़गांव, हरियाणा
– पुष्पावती सिंघानिया हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, नई दिल्ली
– गलेनेगल्स ग्लोबल हेल्थ सिटी हॉस्पिटल: चेन्नई
– इंडियन स्पाइनल इंज्यूरी सेंटर, नई दिल्ली
– पीयरलेस हॉस्पिटेक्स हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, कोलकाता
– सीएमआरआईद कलकाता मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट, कोलकाता
– सरोज गुप्ता कैंसर सेंटर एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, ठाकुरपुर कोलकाता
– मिशन ऑफ मर्सी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, कोलकाता
– नारायण सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, हावड़ा
– नारायण रविंद्र नाथ टैगोर इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ कार्डियक साइंस, कोलकाता
– बीपी पोद्दार हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर, कोलकाता
– एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, हैदराबाद
– टीएमएच, जमशेदपुर
– मां ललिता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर, देवघर
– मिशन हॉस्पिटल, दुर्गापुर
– फॉर्टिस हॉस्पिटल, कोलकाता
– विवेकानंद हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड, दुर्गापुर
– आलम हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, रांची
– एएमआरआई हॉस्पिटल ढाकुरिया, कोलकाता
– गौरी देवी एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, दुर्गापुर
– एनएच ब्रह्मानंद नारायण मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, जमशेदपुर