- पुलिस मुख्यालय ने सभी जिले में अलर्ट जारी किया
- बंद समर्थकों से निपटने के लिए 5000 जवानों की अतिरिक्त तैनाती
- रांची, बोकारो और धनबाद में विशेष सतर्कता बरतने की हिदायत
Ranchi : झारखंड सरकार की नियोजन नीति के विरोध में छात्रों का विरोध जारी है. झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन की तरफ से बुधवार को झारखंड बंद बुलाया गया है. बंद का आह्वान झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन, आदिवासी छात्र संघ, आदिवासी जन परिषद के साथ अन्य छात्र संगठनों ने किया है. झारखंड बंद को देखते हुए पूरे राज्य में सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. बंद को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने सभी जिले में अलर्ट जारी किया है. बंद को लेकर रांची, बोकारो और धनबाद में विशेष सतर्कता बरतने की हिदायत जिले के एसपी को दी गई है. बंद समर्थकों से निपटने के लिए 5000 से अधिक जवानों की अतिरिक्त तैनाती की गई.
छात्रों ने मशाल जुलूस निकाला
झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन की तरफ से 72 घंटे के आंदोलन के दूसरे दिन छात्रों ने मशाल जुलूस निकाला. इस दौरान सभी छात्र जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम से अल्बर्ट एक्का चौक तक गए और झारखंड बंद का आह्वान किया. छात्रों ने कहा कि नियोजन नीति का विरोध तबतक नहीं थमेगा, जबतक हमारी मांग पूरी नहीं की जाती है. मशाल जुलूस का नेतृत्व कर रहे छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो, मनोज यादव, योगेश भारती, सुमित उरांव , सुशील उरांव , राजेश कच्छप, सत्या शुक्ला के साथ सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने जमकर नारेबाजी और बड़े पैमाने पर आंदोलन की चेतावनी दी. छात्र नेताओं ने सभी व्यापारी वर्गों व दुकानदारों से अपील की है कि वे बुधवार को अपनी दुकान बंद रखें. छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो ने बताया कि हम जैक का आभार व्यक्त करते हैं कि उसने बुधवार की परीक्षा कैंसिल कर दी. मशाल जुलूस के कारण घंटों आवागमन बाधित रहा. सड़क जाम रही. लोगों को आने-जाने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा. वहीं भारी पुलिस बलों की तैनाती अलबर्ट एक्का चौक पर की गई थी.
छात्रों पर हुआ था लाठीचार्ज
झारखंड सरकार की नियोजन नीति 60-40 के विरोध में छात्र संगठनों का 72 घंटे का आंदोलन सोमवार से ही शुरू हो गया है. सोमवार को बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं सीएम आवास घेरने पहुंचे थे. उन्हें रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था. इसमें कई छात्रों के सिर फट गये थे. कई के पीठ व पैर में चोट लगी थी. सड़क पर पुलिस और छात्रों के बीच नोंकझोक देखी गई थी. पुलिस के बल प्रयोग के बाद छात्र पीछे हटे थे.
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