Ranchi : विभिन्न छात्र संगठनों द्वारा राज्य सरकार की 60- 40 नियोजन नीति के विरोध में बुधवार को आयोजित झारखंड बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला. राजधानी में बंद के दौरान कोई बड़ी घटना नहीं हुई. बाजार पर छिटपुट असर रहा. शहर में कुछ व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे, तो कई खुले रहे. यातायात व्यवस्था भी सामान्य रही. कई क्षेत्रों में बंद समर्थक सड़क पर उतरे और जबरन बंद कराने का प्रयास किया. लेकिन पुलिस ने इसे विफल कर दिया. ग्रामीण क्षेत्रों में हाट-बाजार आम दिनों की तुलना में कम लगे. बड़े व्यावसायिक वाहनों का आवाजाही भी कम रही. राजधानी के बस स्टैंड खादगढ़ा, आईटीआई, सरकारी बस डिपो आदि स्थानों से आम दिनों की तुलना में लंबी दूरी की बसें बहुत कम चली. सड़कों पर गाड़ियां अन्य दिनों की अपेक्षा काफी कम देखने को मिली. जैक ने बंद के कारण बुधवार को होने वाली परीक्षा पहले ही स्थगित कर दी थी. वहीं सुरक्षा के दृष्टिकोण से राजधानी के अधिकांश स्कूल बंद कर दिए गए थे.
छात्र संगठन के लोग सड़क पर उतरे, पुलिस ने खदेड़ा
बंद को सफल बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में छात्र संगठन के लोग सड़क पर उतरे. मोरहाबादी मैदान में लगने वाले साप्ताहिक हाट को समर्थकों ने बंद करवाने का प्रयास किया, जिसे पुलिस ने विफल कर दिया. बंद समर्थकों को पुलिस ने खदेड़ दिया. सुबह में विभिन्न हॉस्टलों और लॉज से बंद समर्थक विभिन्न क्षेत्रों में बाहर निकले और बंद कराने का प्रयास किया. कई स्थानों पर पुलिस की भारी संख्या में तैनाती थी. छात्रों को खदेड़ा गया. पुलिस ने सेंट्रल लाइब्रेरी, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिविर्सिटी के बीच बैरिकेडिंग लगाकर छात्रों को रोका. प्रशासन ने बस में बैठाकर उन्हें कैंप जेल भेजा. छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो, मनोज यादव, योगेश भारती, ओम प्रकाश महतो, अमनदीप मुंडा ,सुमित उड़ाव, मनीष, प्रकाश ,आशीष ,रूपेश, प्रदीप सहित कई की गिरफ्तारी हुई.
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