Ranchi : झारखंड संविधान जागार जतरा यात्रा चाैथे दिन खूंटी, तोरपा, तपकरा, रनिया होते हुए बानो पहुंची. रतन तिर्की ने कहा कि खूंटी के गांवों में पत्थल गड़ी से उपजी स्थिति का असर अब भी दिखता है. संविधान को लेकर लोग थोड़ी चुप्पी साध लेते हैं. शायद इसी कारण झारखंड संविधान जागार जतरा को लेकर भी लोगों में थोड़ी असमंजस की स्थिति दिखी. लेकिन बातचीत से सब सामान्य होने लगा है. इस बीच तोरपा में अंचल अधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी को संविधान की उद्देशिका भेंट की गयी. इस मौके पर तपकरा में कोयल -कारो आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. जतरा के संयोजक प्रभाकर तिर्की, बलराम, रतन तिर्की, सुरेश और प्रबल महतो ने कोयलकारो जन संगठन के महासचिव विजय गुड़िया एवं झारखंड आंदोलनकारी तैयब अंसारी को संविधान की उद्देशिका भेंट की. इससे पूर्व बानो में तनवीर हुसैन, सुधीर लुगुन, जगदीश भागे, बंसत कौंगाड़ी, अशोक कुजूर, सांगेन सुरीन ने यात्रा का स्वागत किया. बानो में संविधान सभा के सदस्य रहे जयपाल सिंह मुंडा के नाम से एक मैदान है, वहां पर संविधान के विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा होगी. बानो के बाद झारखंड संविधान जागार जतरा का काफिला लचड़ागढ़, जलडेगा, बांसजोर पहुंचेगा. ग्रामीणों के साथ संविधान पर चर्चा की जायेगी.
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