- निर्माणाधीन मॉडल स्कूलों का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगातार करते रहे हैं निरीक्षण
Ranchi : झारखंड के सरकारी स्कूलों में आधुनिक शिक्षा देने के उद्देश्य से हेमंत सोरेन की सरकार मॉडल स्कूल (स्कूल ऑफ एक्सीलेंस) की संकल्पना लेकर आयी थी. राज्य में 4,000 के करीब मॉडल स्कूल बनाने का लक्ष्य रखा गया है. फिलहाल जिला स्तर पर 80 स्कूल का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है. जबकि 405 स्कूल के निर्माण कार्य की स्वीकृति दे दी गई है. स्वीकृत बचे 325 स्कूलों को अब प्रखंड स्तर पर खोला जाएगा. इसके लिए शिक्षा विभाग जल्द ही टेंडर जारी करेगा. टेंडर निकाले जाने की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. बीते दिनों संथाल परगना के एक जिले में आयोजित परिसंपत्ति वितरण कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रखंडों में जल्द ही मॉडल स्कूल का काम शुरू करने की बात कही थी.
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80 मॉडल स्कूलों का काम दिसंबर 2022 में होगा पूरा
राज्य के सभी 24 जिलों में बन रहे 80 मॉडल स्कूल पूरा करने का लक्ष्य दिसंबर 2022 तक रखा गया है. ऐसे स्कूलों में जिला स्कूल, कन्या उच्च विद्यालय और कस्तूरबा स्कूल शामिल हैं. जिलास्तरीय 80 मॉडल स्कूलों को खोलने के लिए भवन निर्माण का काम पूरा करने की अवधि तय की गयी है. विभागीय सूत्रों के मुताबिक अगस्त तक विभिन्न जिलों में 22, सितंबर में 26, अक्तूबर में 14 और नवंबर में 3 स्कूल के भवन का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है. भवन निर्माण काम के बाद सभी मॉडल स्कूल में स्मार्ट क्लास, डिजिटल लाइब्रेरी सहित पढ़ाई के लिए सभी अत्याधुनिक संसाधन उपलब्ध होंगे.
मुख्यमंत्री करते रहे हैं मॉडल स्कूलों का निरीक्षण
मॉडल स्कूलों में काम की प्रगति को लेकर मुख्यमंत्री बीच – बीच में इसका निरीक्षण भी करते रहे हैं. बीते दिनों उन्होंने मॉडल स्कूल (स्कूल ऑफ एक्सीलेंस) ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उच्च विद्यालय, जगन्नाथपुर, धुर्वा में निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया था. कहा था कि यहां बच्चों की गुणवत्ता युक्त पढ़ाई के साथ व्यक्तित्व विकास की सारी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. मॉडल स्कूलों में आधारभूत संरचना को मजबूत बनाने के साथ पढ़ाई से संबंधित सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी.
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