- डीसी ने की कॉस्टेबल के कार्यों की सराहना
- बोले- मुक्ति ने कर्तव्य एवं अनुशासन से पेश किया बेमिसाल उदाहरण
Ranchi : झारखंड पुलिस की महिला कॉस्टेबल मुक्ति पूर्ति को अब सरकारी आवास दिया जाएगा. खूंटी जिला प्रशासन ने यह फैसला किया है. अपने मातृत्व धर्म के साथ कर्तव्य का पालन कर रही कॉस्टेबल मुक्ति पूर्ति की चर्चा आज पूरे खूंटी जिला में है. चर्चा भी इतनी कि जैसे ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को यह पता चला, उन्होंने कह दिया, ‘नारी शक्ति को अभिनन्दन!, कर्तव्यनिष्ठा को प्रणाम!’. दरअसल, खूंटी महिला थाना में तैनात महिला आरक्षी ‘मुक्ति पूर्ति’ अपने कंधे से गमछे के सहारे कमर में कस कर बच्चे को गोद में लेकर ड्यूटी कर रही हैं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जैसे ही यह जानकारी मिली, तो उन्होंने खूंटी पुलिस, खूंटी जिला प्रशासन सहित झारखंड पुलिस को यह निर्देश दिया है कि उक्त मामले की जांच कर महिला कॉस्टेबल मुक्ति पूर्ति को जरूरी मदद और सुविधा दें. सीएम ने कहा था कि ऐसा करके ही महिला कॉस्टेबल अपने मासूम बच्चे की परवरिश भी कर पाएंगी.
खूंटी डीसी ने कहा, कर्तव्य एवं अनुशासन से जिले के लिए बेमिसाल उदाहरण प्रस्तुत किया
सीएम के निर्देश पर खूंटी जिला प्रशासन ने कॉस्टेबल के कार्यों की सराहना की. खूंटी डीसी शशि रंजन ने कहा है कि कॉस्टेबल मुक्ति पूर्ति ने अपने कर्तव्य एवं अनुशासन से जिले का नाम रौशन किया है. मातृत्व तथा कर्तव्य की ज़िम्मेदारी को देखते हुए जिला प्रशासन ने फैसला किया है कि कार्य क्षेत्र के पास ही कॉस्टेबल मुक्ति पूर्ति को सरकारी आवास मुहैया कराया जाएगा.