Ranchi : झारखंड कैडर के 1987 बैच के आईपीएस नीरज सिन्हा शनिवार को रिटायर हो गए. जिसके बाद झारखंड पुलिस नेतृत्वविहीन हो गया है. सरकार ने अब तक नए डीजीपी के नाम की घोषणा नहीं की है. नए डीजीपी के नाम को लेकर शनिवार को पूरे दिन चर्चाओं का बाजार रहा. इस बीच सोशल मीडिया पर काफी अफवाहें भी उड़ी. हालांकि अब तक सरकार ने डीजीपी की नियुक्ति को लेकर कोई अधिसूचना जारी नहीं की है.
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यूपीएससी के भेजे गए पैनल से डीजीपी के नाम का चयन करना है
डीजीपी के चयन के लिए यूपीएससी ने सीबीआई में प्रतिनियुक्त अजय भटनागर, पुलिस हाउसिंग के एमडी सह डीजी एसीबी अजय कुमार सिंह और रेल एडीजी अनिल पालटा का नाम भेजा है. वरीयता के आधार पर भेजे गए इन तीनों नामों में से किसी एक को डीजीपी बनाया जाना है. लेकिन कहा जा रहा है कि झारखंड में प्रभारी डीजीपी के तौर अनुराग गुप्ता भी दौड़ में हैं. हांलाकि वर्तमान राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया है कि 12 फरवरी को राज्य में नए डीजीपी की नियुक्ति कर दी जाएगी.नए डीजीपी की नियुक्ति दो सालों के लिए होगी.
स्पेशल ब्रांच 15 माह व सीआईडी का शीर्ष पद छह माह से है नेतृत्वविहीन
झारखंड पुलिस में शीर्ष स्तर पर अधिकारियों के पद खाली हैं. वर्तमान में हालात यह है कि झारखंड पुलिस के जिस विभाग के पास बड़ी जिम्मेवारी है. वहां ही शीर्ष पद खाली पड़े हुए हैं. झारखंड पुलिस के स्पेशल ब्रांच एडीजी का पद 15 महीने और सीआईडी एडीजी का पद छह महीने से खाली चल रहा है. लंबा समय बीत जाने के बाद भी इन दोनों विभाग के शीर्ष पदों पर एडीजी रैंक के अधिकारी की नियुक्ति नहीं हो पायी है. इन पदों पर शीर्ष स्तर के अधिकारी की तैनाती नहीं होने से विभागीय कामकाज प्रभावित हो रहे हैं. सीआईडी में जहां आईजी रैंक के अधिकारी को हेड बनाकर काम लिया जा रहा है. वहीं स्पेशल ब्रांच के शीर्ष पद के लिए दूसरे अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. इसके साथ ही एडीजी रैंक में स्पेशल ब्रांच में किसी की तैनाती नहीं हुई है. स्पेशल इंटेलीजेंस ब्यूरो और एससीआरबी जैसे विभागों का हाल तो और बुरा है. इन विभागों में नियमित तौर पर किसी को प्रभार नहीं दिया गया है.

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