- मुख्यमंत्री ने दुमका में मयूराक्षी नदी पर निर्मित राज्य के सबसे लंबे पुल का किया उद्घाटन
- बोले- सड़क और पुल विकास की अहम कड़ी, कनेक्टिविटी का फायदा इलाके को मिलेगा
- दुमका को 23 सड़क परियोजनाओं की सौगात भी दी, गांव सीधे जिला मुख्यालय से जुड़ेंगे
Kaushal Anand
Ranchi/ Dumka : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मयूराक्षी नदी पर निर्मित राज्य के सबसे लंबे पुल का उदघाटन सोमवार को दुमका जिले के कुमड़ाबाद में किया. उन्होंने इसके साथ ही 23 नयी सड़क परियोजनाओं की भी सौगात दी. इस मौके पर हेमंत सोरेन ने घोषणा की कि जनमानस की भावनाओं को देखते हुए पुल का नामकरण दिशोम गुरु शिबू सोरेन सेतु करने की सरकारी प्रक्रिया जल्द पूरी होगी. उन्होंने कहा कि सड़क और पुल विकास की अहम कड़ी होती है. इससे बहुआयामी विकास का रास्ता खुलता है. कनेक्टिविटी जितनी बेहतर होगी, उतना ही फायदा उस इलाके के रहने वालों को होता है. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 3 अरब 91 करोड़ 41 लाख की लागत से 11 सड़कों का उद्घाटन और 1 अरब 43 करोड़ 26 लाख 5 हजार 500 रुपए की लागत से 12 सड़कों का शिलान्यास किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि मयूराक्षी नदी पर बने इस पुल से विकास को एक नई दिशा मिलेगी. इससे आवागमन सुलभ और आसान हो जाएगा. कई गांव का दुमका जिला मुख्यालय से सीधा संपर्क होगा. लोगों को आने-जाने में समय की बचत होगी. शिक्षा, रोजगार और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा. इलाके का सामाजिक- आर्थिक उत्थान होगा और पर्यटन के लिहाज से मील का पत्थर साबित होगा.
आपको पूरे मान-सम्मान के साथ हक देंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को उनका हक और अधिकार पूरे मान-सम्मान के साथ देने के लिए सरकार संकल्पित है. इस कड़ी में एक बार फिर आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का तीसरा चरण शुरू होने जा रहा है. अधिकारी आपके दरवाजे पर आएंगे. पंचायत में शिविर लगेंगे. यहां आपकी समस्याओं का समाधान भी होगा और सरकार की योजनाओं का लाभ भी दिया जाएगा. समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों को कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने की दिशा में सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है. इस मौके पर कृषि मंत्री बादल, सांसद विजय हांसदा, विधायक नलिन सोरेन, सीता सोरेन, जॉयस बेसरा, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, पथ निर्माण सचिव सुनील कुमार, प्रमंडलीय आयुक्त लालचंद दादेल, पुलिस उपमहानिरीक्षक सुदर्शन प्रसाद मंडल और जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक समेत जिला प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद थे.
कोई बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांग बिना पेंशन के नहीं रहेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी गरीबों और जरूरतमंदों को सामाजिक सुरक्षा देने के लिए सरकार वचनबद्ध है. इसी कड़ी में सरकार में यूनिवर्सल पेंशन स्कीम लागू किया है. इस योजना के तहत सभी बुजुर्ग, विधवा, परित्यक्ता और दिव्यांगों को पेंशन दी जा रही है. अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं कि कोई भी योग्य पात्र इस योजना से वंचित न रहे. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोई परिवार बेघर नहीं रहेगा. सभी बेघरों के अपने आशियाना का सपना पूरा होगा. इसके लिए अबुआ आवास योजना की शुरुआत हो रही है. इस योजना के तहत आठ लाख परिवारों को आवास उपलब्ध कराया जाएगा.
रोजगार और स्वरोजगार पर विशेष फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है. इस कड़ी में सरकारी विभागों के खाली पदों पर बड़े पैमाने पर नियुक्तियां हो रही हैं, तो रोजगार मेला के जरिए हजारों युवाओं को निजी कंपनियों और संस्थानों में जॉब दिलाने का काम कर रहे हैं. इतना ही नहीं, जो भी व्यक्ति स्वरोजगार करना चाहता है, उसे मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के माध्यम से सरकार मदद कर रही है.
आप अपने बच्चे- बच्चियों को पढ़ाएं, खर्च सरकार देगी
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि वे अपने बच्चे बच्चियों को अच्छे से पढ़ाएं. उनका भविष्य संवारें. पढ़ाई पर होने वाले खर्च की चिंता नहीं करें. सरकार इस खर्च को वहन करेगी. मुख्यमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में चलाई जा रही योजनाओं से लोगों को अवगत कराया. कहा कि प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी से लेकर मेडिकल , इंजीनियरिंग और लॉ जैसे कोर्सेज के लिए सरकार आर्थिक मदद दे रही है. वहीं, विदेश में पढ़ाई के लिए शत प्रतिशत स्कॉलरशिप दे रही है. बच्चियां पढ़ाई से जुड़ी रहें, इसके लिए सावित्रीबाई फुले किशोरी सावित्री योजना चलाई जा रही है. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी लोगों को दी और उसका लाभ लेने को कहा.
वीर शहीदों और आंदोलनकारियों के योगदान को नहीं भूल सकते
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपने अमर वीर- शहीदों और झारखंड आंदोलनकारियों को कभी भूल नहीं सकते हैं. उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा. हम उनका सम्मान करते आए हैं और करते रहेंगे.