![](https://lagatar.in/wp-content/uploads/2024/07/WEB-BANNER-021.jpg)
- दलबदलुओं पर चार जून को जनता सुनाएगी अपना फैसला
- लोकसभा चुनाव में भी एक दर्जन दलबदलू उम्मीदवार आजमा रहे किस्मत
- लंबी होती जा रही है दलबदलु नेताओं की फेहरिस्त, दो से तीन बार बदल चुके हैं दल
- आगामी विधानसभा चुनाव में भी कई दलों के नेता इधर से उधर करेंगे शिफ्ट
Ravi Bharti
Ranchi : झारखंड में दल-बदल का इतिहास रहा है. पक्षी की तरह सुबह इस डाल तो शाम दूसरे डाल में बैठना नेताओं की फितरत हो गई है. अब तक झारखंड में नेता, विधायक दो से तीन बार दल बदल चुके हैं. इस लोकसभा चुनाव में भी 12 उम्मीदवार ऐसे हैं जो एक से दो बार अपना पाला बदल चुके हैं. अब अगामी विधानसभा चुनाव में भी कई दलों के नेता इधर से उधर शिफ्ट होंगे. लोकसभा चुनाव के बाद सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सीट शेयरिंग से साथ ही नेताओं की उछल कूद शुरू हो जाएगी. पहले से टिकट की आस लगाए नेताओं को अगर संबंधित दल से टिकट नहीं मिला तो अपना पाला बदलेंगे. कई दलों में टूट की भी संभावना बनेगी.
एक दर्जन दल-बदलुओं पर चार जून को आएगा जनता का फैसला
इस बार के लोकसभा चुनाव में भी झारखंड में नौ ऐसे उम्मीदवाद हैं. जिन्होंने एक से लेकर तीन बार तक अपना पाला बदला है. चार जून को जनता इन दलबदलुओं पर अपना फैसला सुनाएगी.
जेपी पटेलः हजारीबाग से चुनाव लड़ रहे जेपी पटेल पहले झामुमो में थे. फिर भाजपा में चले गए. फिहलाल कांग्रेस की टिकट पर हजारीबाग से चुनावी मैदान में हैं. उनकी किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है.
ताला मरांडीः पहले भाजपा में थे. विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिला तो आजसू की टिकट पर चुनाव लड़े. इस बार राजमहल संससदीय सीट से बीजेपी के उम्मीदवार के रूप में किस्मत आजमा रहे हैं.
जोबा मांझीः सिंहभूम सीट से झामुमो की टिकट पर किस्मत आजमा रही हैं. इससे पहले वे यूजीडीपी में थी. फिर झाविमो में आईं. फिलहाल झामुमो में हैं.
अन्नपूर्णा देवीः पहले राजद में थी. फिर भाजपा की टिकट पर कोडरमा से सांसद बनीं. इस बार फिर कोडरमा से भाजपा की टिकट पर किस्मत आजमा रही हैं.
गीता कोड़ाः सिंहभूम से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ी हैं. चार जून को परिणाम आएगा. गीता कोड़ा ने सबसे पहले जय समांता पार्टी से राजनीतिक सफर की शुरूआत की थी. फिर कांग्रेस का दामन थामा. अब भाजपा में हैं.
सीता सोरेनः सीता सोरेन पहले झामुमो में थीं. झामुमो की टिकट पर कई बार विधायक बनीं. अंदरूनी कलह के कारण झामुमो छोड़ कर बीजेपी का दामन थाम लिया. फिलहाल भाजपा की टिकट पर दुमका लोकसभा सीट से किस्मत आजमा रही हैं.
सुखदेव भगतः सुखदेव भगत लोहरदगा से विधायक रह चुके हैं. पहले कांग्रेस में थे. फिर भाजपा में शामिल हो गए. अब वे लोहरदगा सीट से कांग्रेस की टिकट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
ढुल्लू महतोः पहले झारखंड विकास मोरचा में थे. फिर भाजपा में शामिल हो गए. फिलहाल भाजपा की टिकट पर धनबाद से किस्मत आजमा रहे हैं.
मनीष जायसवालः मनीष जायसवाल ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत झाविमो से की. फिर भाजपा का दामन थामा. भाजपा की टिकट पर हजारीबाग सदर से विधायक चुने गए. फिलहाल बीजेपी की टिकट पर हजारीबाग सीट से किस्मत आजमा रहे हैं.
कालीचरण सिंह : पहले झाविमो में थे. अब चतरा से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. उनकी किस्मत का फैसला चार जून को होगा.
विद्युत वरण महतोः झामुमो से राजनीतिक सफर की शुरुआत की. झामुमो की टिकट पर विधायक भी बने. फिर भाजपा का दामन थाम लिया. फिलहाल जमशेदपुर से भाजपा की टिकट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
प्रदीप यादवः प्रदीप यादव शुरू में भाजपा में थे. फिर झाविमो के साथ हो लिए. अब कांग्रेस में हैं. फिलहाल कांग्रेस की टिकट पर गोड्डा सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
जानें झारखंड के टॉप दलबदलू नेताओं को
कुणाल षाड़ंगी (झामुमो से भाजपा, फिलहाल भाजपा के प्रवक्ता पद से इस्तीफा दिया है)
जेपी पटेल (झामुमो से भाजपा फिर कांग्रेस)
सुखदेव भगत (कांग्रेस से भाजपा फिर कांग्रेस)
भानू प्रताप शाही (नौजवान संर्घष मोरचा से भाजपा)
अमर बाउरी (झाविमो से भाजपा)
रंधीर सिंह (झाविमो से भाजपा)
गणेश गंझू (झाविमो से भाजपा)
जानकी यादव (झाविमो से भाजपा)
आलोक चौरसिया (झाविमो से भाजपा)
नवीन जायसवाल (आजसू से झाविमो फिर भाजपा)
डॉ. अजय (झाविमो से कांग्रेस फिर आप फिर कांग्रेस)
विद्युत वरण महतो (झामुमो से भाजपा)
रामचंद्र चंद्रवंशी (राजद से भाजपा)
रवींद्र राय (भाजपा से झाविमो फिर भाजपा)
अन्नपूर्णा देवी (राजद से भाजपा)
प्रकाश राम (राजद से झाविमो फिर भाजपा)
विकास मुंडा (आजसू से झामुमो)
गिरिनाथ सिंह (राजद से भाजपा फिर राजद)
गीता कोड़ा (जय समांता पार्टी से कांग्रेस फिर भाजपा)
सीता सोरेन (झामुमो से भाजपा)
सुनील सोरेन (झामुमो से भाजपा)
सालखन मुर्मू (झापा से झादिपा फिर जदयू फिर सेंगल पार्टी)
प्रदीप यादव (भाजपा से झाविमो फिर कांग्रेस)
हेमलाल मुर्मू (झामुमो से भाजपा फिर झामुमो)
स्टीफन मरांडी (झामुमो से झाविमो फिर कांग्रेस फिर झामुमो)
ढुल्लू महतो ( झाविमो से भाजपा)
जोबा मांझी (यूजीडीपी से झामुमो फिर झाविमो फिर झामुमो)
सुनील सोरेन (झामुमो से भाजपा)
बंधु तिर्की (राजद से झारखंड जनाधिकार पार्टी, फिर तृणमूल फिर झाविमो अब कांग्रेस)
मलखान सिंह (भाजपा से झाविमो अब फिर भाजपा)
अपर्णा सेन गुप्ता (ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक से भाजपा)
चमरा लिंडा (आरएकेएपी से झामुमो)
ददई दूबे (कांग्रेस से तृणमूल फिर कांग्रेस)
रामचंद्र सिंह (राजद से कांग्रेस)
सरफराज अहमद (राजद से कांग्रेस फिर झामुमो)
बन्ना गुप्ता (समाजवादी पार्टी से कांग्रेस)
दीपक बिरूआ (आजसू से निर्दलीय फिर झामुमो)
योगेंद्र महतो (आजसू से झामुमो)
इसे भी पढ़ें : रांची के हरमू रोड में चुनाव ड्यूटी में जा रही बस ने बाइक सवार को मारी टक्कर, युवक की मौत
![](https://lagatar.in/wp-content/uploads/2024/07/neta.jpg)
Leave a Reply