Ashish Tagore
Latehar : पुलिस ने उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के एरिया कमांडर रितेश सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. एसपी अंजनी अंजन के निर्देश पर गठित छापामारी टीम ने एसडीपीओ दिलू लोहरा के नेतृत्व में उग्रवादी को छिपादोहर थाना क्षेत्र के भट्टी मुहल्ला से उसे गिरफ्तार किया. पुलिस ने उसके पास से मैगजीन लगा कार्बाइन और नौ एमएम की दो जिंदा गोली बरामद की है.
गुप्त सूचना पर की गयी कार्रवाई
छिपादोहर थाना में आयोजित प्रेस वार्ता में एसडीपीओ दिलु लोहरा ने बताया कि एसपी को गुप्त सूचना मिली थी कि जेजेएमपी का एरिया कमांडर रितेश सिंह हथियार के साथ अपने घर पहुंचा है. इसी सूचना के आधार पर टीम गठित कर छापामारी अभियान चलाया गया. इस दौरान उसे पकड़ लिया गया. उन्होंने बताया कि उग्रवादियों की धर पकड़ के लिए पुलिस सक्रियता के साथ काम कर रही है.
पुराना आपराधिक इतिहास रहा है
एसडीपीओ ने बताया कि रितेश सिंह का आपराधिक इतिहास काफी पुराना रहा है. साल 2019 में छिपादोहर थाना के कांड संख्या 26/2020, बरवाडीह थाना कांड संख्या 156/2023, छिपादोहर पूर्वी वन क्षेत्र के शिकायतवाद 208 व छिपादोहर पूर्वी वन प्रक्षेत्र के शिकायतवाद संख्या 235 का अभियुक्त है. छापामारी अभियान में एसडीपीओ दिलु लोहरा के अलावा पुलिस निरीक्षक अनिल उरांव, छिपादोहर थाना प्रभारी अभिषेक कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक रंजीत कुमार राम, सहायक अवर निरीक्षक राजेश कुमार, बीरबल हांसदा सहित छिपादोहर थाना रिजर्व गार्ड व आईआरबी के जवान मौजूद थे.
बच्चे ऐसे स्कूल में पढ़ रहे जहां शिक्षक तक नहीं : प्रो ज्यां द्रेज
शिक्षा बच्चों का मौलिक अधिकार है, सरकार को इसे हर हाल में पूरा करना चाहिए
लातेहार : प्रसिद्ध अर्थशास्त्री सह सामाजिक कार्यकर्ता प्रो ज्यां द्रेज ने कहा कि शिक्षा बच्चों का मौलिक अधिकार है. सरकार को इसे हर हाल में पूरा करना चाहिए. आज बच्चों को ऐसे स्कूलों में पढ़ाया जा रहा, जहां शिक्षक तक नहीं है. प्रो. द्रेज मनिका प्रखंड मुख्यालय में विद्यालयों में एकल शिक्षक विद्यालय के विरोध में आयोजित रैली एवं जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने आगे कहा कि मनिका में 44 प्रतिशत प्राथमिक एकल शिक्षक स्कूल है. तीन माध्यमिक स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं हैं. इन स्कूलों में औसतन 50 बच्चे हैं. शिक्षा का अधिकार कानून के तहत इन विद्यालयों में 106 शिक्षक होने चाहिए थे. लेकिन मात्र 44 शिक्षक हैं. उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में न्यूनतम दो शिक्षक एवं 30 छात्रों में एक शिक्षक होना चाहिए. सामाजिक कार्यकर्ता जेम्स हेरंज ने कहा कि बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा से वंचित किया जा रहा है. यह देश व समाज के लिए अच्छा नहीं है. बच्चे देश के भविष्य हैं. मनिका ही नहीं पूरे झारखंड में 2016-17 के बाद से कोई शिक्षक नियुक्ति नहीं हुई है. सरकार संविधान में दी गयी प्रावधानों को लागू करने में फिल साबित हुई है. उन्होंने कहा कि आदिवासी और दलित बच्चों को शिक्षा से वंचित करना एक साजिश का हिस्सा है. इससे पहले मनिका उच्च विद्यालय से एक रैली निकाली गयी. रैली में बच्चों ने एकल शिक्षक विद्यालय नहीं चलेगा व शिक्षा का अधिकार कानून लागू करो आदि नारे लगाये. प्रखंड कार्यालय में सभा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम को मनोज सिंह, संतोष सिंह, वीणा देवी, सकलदीप सिंह, छात्रा पायल कुमारी व यमुना देवी, नेमी देवी, परान, जुगेश्वर सिंह, लालबिहारी सिंह, दिलीप रजक व महावीर परहिया ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम का संचालन प्रेमा तिग्गा ने किया.
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