Latehar: जेजेएमपी संगठन के उग्रवादी ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया. जेजेएमपी संगठन के उग्रवादी मोहन परहिया ने गुरुवार को लातेहार एसपी ऑफिस में सरेंडर किया. जानकारी के अनुसार, मोहन परहिया 2018-19 से नक्सल गतिविधियों में शामिल था. पहले वो भाकपा माओवादी फिर टीपीसी उग्रवादी संगठन में भी काम कर चुका है. मोहन परहिया ने झारखंड पुलिस की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर सरेंडर किया है.
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कई थानों में है मामला दर्ज
जेजेएमपी उग्रवादी मोहन परहिया पर लातेहार जिले के तीन थाना बारेसाढ़, महुआडांड और लातेहार में 5 मामले दर्ज हैं. वो लातेहार के छिपादोहर थानाक्षेत्र के नावाडीह चकलवाटोला का रहने वाला है. मोहन परहिया के सरेंडर करते वक्त डीआईजी राजकुमार लकड़ा, एसपी प्रशांत आनंद और एएसपी विपुल पांडे उपस्थित थे.
आकर्षक सरेंडर नीति के कारण कई बड़े नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
उल्लेखनीय है कि झारखंड सरकार नक्सलवाद के खात्मे के लिए कई साल से प्रयास कर रही है. राज्य से नक्सलवाद के दंश को मिटाने के लिए पूर्ववर्ती सरकार ने सरेंडर पॉलिसी बनायी थी. सरकार की आकर्षक सरेंडर नीति के कारण कई बड़े नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया.
जिन लोगों ने सरेंडर नहीं किया, उनमें से बहुत से नक्सलियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया और कई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पुलिस और प्रशासन मिलकर नक्सलियों के परिवार से संपर्क कर रही है. पुलिस उनसे अपील कर रही है, कि वे अपने भटके हुए परिजनों को मुख्यधारा में शामिल करने में प्रशासन की मदद करें. इसका भी लाभ उन्हें मिल रहा है.
गौरतलब है कि नक्सलियों के सफाये के लिए राज्य के उग्रवाद प्रभावित जिलों में लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाये जा रहे हैं. इस दौरान पुलिस के साथ मुठभेड़ में काफी संख्या में नक्सली मारे गये हैं. प्रदेश में सक्रिय नक्सलियों और उनके ठिकानों को नष्ट करने के लिए सुरक्षा बलों के जवानों के साथ मिलकर राज्य की पुलिस जंगलों से लेकर शहर तक लगातार दबिश दे रही है. इससे घबराकर भी कई नक्सली सरेंडर कर रहे हैं.
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